215 मुझे परमेश्वर के हृदय के प्रति विचारशील होना चाहिये
1 मैं स्वयं को धन्य मानता हूँ कि मुझे परमेश्वर की वाणी को सुनने का सौभाग्य मिला है और मुझे उसके सामने लाया गया। परमेश्वर के वचनों को खाते-पीते हुए, मैं मेमने के विवाह-भोज में शामिल हुआ और मैंने परमेश्वर के प्रकटन को देखा। परमेश्वर के न्याय और शुद्धिकरण से गुज़रना वास्तव में परमेश्वर द्वारा उत्कर्ष पाना है। मेरे जैसा भ्रष्ट इंसान, उसका चेहरा देखने के लायक कैसे हो सकता है? परमेश्वर द्वारा उद्धार सामने पाकर, मेरी आँखों में आँसू आ गए। अगर मैं उसके प्रेम का प्रतिदान नहीं दे पाया, तो मैं उसे मुँह दिखाने लायक नहीं रहूँगा। अगर मेरे अंदर सचमुच ज़मीर और समझ है, तो फिर मैं परमेश्वर की इच्छा के प्रति विचारशील क्यों नहीं हो सकता? इसके बजाय, मैं भौतिक सुखों का लालची हूँ और अंधेरे के प्रभाव में जीता हूँ।
2 मैं अपने कर्तव्य को अच्छी तरह से निभाने की नाकामी से अक्सर परेशान रहता हूँ। मेरे शैतानी स्वभावों की जड़ें बहुत गहरी हैं, इन्हें मिटाना वाकई मुश्किल है। मुझमें सत्य का अभाव है फिर भी मैं अभिमानी हूँ, मेरे अंदर विवेक नहीं है। मैं उत्सुकता से और कठोर न्याय का इंतजार कर रहा हूँ ताकि मैं जल्दी से बदल सकूँ। परमेश्वर की बेचैनी देखकर, मैं ज़्यादा संघर्ष करना चाहता हूँ। सत्य हासिल करने के लिए सभी शुद्धिकरण सहने योग्य हैं। उसकी काट-छाँट और व्यवहार की बदौलत ही मैं थोड़ा इंसान की तरह जी पाता हूँ। अपने अनुभव से, मुझे पता है कि परमेश्वर का न्याय और ताड़ना उसका आशीष है।
3 परमेश्वर ने हमें बचाने के लिए एक बड़ी कीमत चुकाई है: न्याय और परीक्षण, इतने सारे लोग, घटनाएँ, और चीज़ें सेवारत हैं। ऐसे भ्रष्ट लोगों के लिए उद्धार पाना कोई आसान काम नहीं है। परमेश्वर को उसके न्याय और ताड़ना के लिए धन्यवाद; मुझे नया जीवन मिला है। इस महान आशीष को पाने पर, मेरी आँखों में कृतज्ञता के आँसू कैसे न आएँगे? परमेश्वर के महान प्रेम का आनंद लेते हुए, मैं मात्र अपने लिए ही कैसे जीते रहना जारी रख सकता हूँ? मुझे इस जीवन में परमेश्वर की गवाही देनी चाहिये और उसका गौरवगान करना चाहिए, तभी मेरे हृदय को सुकून मिलेगा। मैं अपनी पूरी शक्ति से सत्य को प्राप्त करने का प्रयास करूँगा और परमेश्वर से प्रेम करने वाला इंसान बनूंगा। मैं आधुनिक पतरस की भावना को जिऊंगा और दीप्तिमान बनूँगा। परमेश्वर के हृदय को संतुष्ट करने में मुझे दिली ख़ुशी मिलती है और मैं एक सच्चा जीवन जीता हूँ।