परमेश्वर सभी चीज़ों की सृष्टि करने के लिए वचनों को प्रयोग करता है परमेश्वर आदम और हव्वा को बनाते हैं नूह अब्राहम परमेश्वर सदोम को नष्ट कर देते हैं परमेश्वर द्वारा नीनवे के उद्धार अय्यूब प्रभु यीशु के कार्य और वचन परमेश्वर सभी चीज़ों के लिए जीवन का स्रोत है मानव जीवन में छह मोड़ परमेश्वर आध्यात्मिक संसार पर किस प्रकार शासन करता है और उसे चलाता है परमेश्वर के वचनों का अधिकार और सामर्थ्य
  • परमेश्वर को जानने का मार्ग
    • परमेश्वर सभी चीज़ों की सृष्टि करने के लिए वचनों को प्रयोग करता है
    • परमेश्वर आदम और हव्वा को बनाते हैं
    • नूह
    • अब्राहम
    • परमेश्वर सदोम को नष्ट कर देते हैं
    • परमेश्वर द्वारा नीनवे के उद्धार
    • अय्यूब
    • प्रभु यीशु के कार्य और वचन
    • परमेश्वर सभी चीज़ों के लिए जीवन का स्रोत है
    • मानव जीवन में छह मोड़
    • परमेश्वर आध्यात्मिक संसार पर किस प्रकार शासन करता है और उसे चलाता है
    • परमेश्वर के वचनों का अधिकार और सामर्थ्य

पहले दिन, परमेश्वर के अधिकार के कारण, मानव-जाति के दिन और रात उत्पन्न हुए और स्थिर बने हुए हैं

आओ, हम पहले अंश को देखें : "जब परमेश्‍वर ने कहा, 'उजियाला हो,' तो उजियाला हो गया। और परमेश्‍वर ने उजियाले को देखा कि अच्छा है; और परमेश्‍वर ने उजिया…

दूसरे दिन परमेश्वर के अधिकार ने जल का प्रबंध किया और आसमान बनाया तथा मनुष्य के जीवित रहने के लिए जगह बनाई

आओ, हम बाइबल के दूसरे अंश को पढ़ें : "फिर परमेश्‍वर ने कहा, 'जल के बीच एक ऐसा अन्तर हो कि जल दो भाग हो जाए।' तब परमेश्‍वर ने एक अन्तर बनाकर उसके नीचे क…

तीसरे दिन परमेश्वर के वचनों ने पृथ्वी और समुद्रों की उत्पत्ति की, और परमेश्वर के अधिकार ने संसार को जीवन से लबालब भर दिया

आओ, हम उत्पत्ति 1:9–11 का पहला वाक्य पढ़ें : "फिर परमेश्‍वर ने कहा, 'आकाश के नीचे का जल एक स्थान में इकट्ठा हो जाए और सूखी भूमि दिखाई दे।'" परमेश्वर बस…

चौथे दिन, जब परमेश्वर एक बार फिर से अपने अधिकार का उपयोग करता है तो मानवजाति के लिए मौसम, दिन, और वर्ष अस्तित्व में आते हैं

सृष्टिकर्ता ने अपनी योजना को पूरा करने के लिए अपने वचनों का इस्तेमाल किया और इस तरह से उसने अपनी योजना के पहले तीन दिन गुज़ारे। इन तीन दिनों के दौरान, …

पाँचवे दिन, जीवन के विविध और विभिन्न रूप अलग-अलग तरीकों से सृष्टिकर्ता के अधिकार को प्रदर्शित करते हैं

पवित्र-शास्त्र कहता है, "फिर परमेश्‍वर ने कहा, 'जल जीवित प्राणियों से बहुत ही भर जाए, और पक्षी पृथ्वी के ऊपर आकाश के अन्तर में उड़ें।' इसलिये परमेश्‍व…

छठे दिन, सृष्टिकर्ता ने बोला और हर प्रकार के जीवित प्राणी जो उसके मस्तिष्क में थे एक के बाद एक प्रगट होने लगे

अलक्षित रूप से, सब वस्तुओं को बनाने का सृष्टिकर्ता का कार्य लगातार पाँचवे दिन तक चलता रहा, उसके तुरन्त बाद सृष्टिकर्ता ने सब वस्तुओं की सृष्टि के छठे …

सृष्टिकर्ता के अधिकार के अधीन, सभी चीज़ें पूर्ण हैं

परमेश्वर के द्वारा सचल और अचल समेत सब वस्तुओं की सृष्टि की गई, जैसे पक्षी और मछलियाँ, जैसे वृक्ष और फूल, जिसमें मवेशी, कीड़े-मकौड़े, और छठे दिन बनाए गए …

आदम के लिए परमेश्वर की आज्ञा

उत्पत्ति 2:15-17 तब यहोवा परमेश्‍वर ने आदम को लेकर अदन की वाटिका में रख दिया, कि वह उसमें काम करे और उसकी रक्षा करे। और यहोवा परमेश्‍वर ने आदम को यह आ…

परमेश्वर हव्वा को बनाता है

उत्पत्ति 2:18-20 फिर यहोवा परमेश्‍वर ने कहा, "आदम का अकेला रहना अच्छा नहीं; मैं उसके लिये एक ऐसा सहायक बनाऊँगा जो उस से मेल खाए।" और यहोवा परमेश्‍वर…

परमेश्वर ने आदम और हव्वा के लिए चमड़े के अँगरखे बनाए

उत्पत्ति 3:20-21 आदम ने अपनी पत्नी का नाम हव्वा रखा; क्योंकि जितने मनुष्य जीवित हैं उन सब की आदिमाता वही हुई। और यहोवा परमेश्‍वर ने आदम और उसकी पत्नी …

परमेश्वर संसार को जलप्रलय से नष्ट करने का इरादा करता है और नूह को एक जहाज बनाने का निर्देश देता है

उत्पत्ति 6:9-14 नूह की वंशावली यह है। नूह धर्मी पुरुष और अपने समय के लोगों में खरा था; और नूह परमेश्‍वर ही के साथ साथ चलता रहा। और नूह से शेम, और हाम,…

जलप्रलय के बाद नूह के लिए परमेश्वर की आशीष

उत्पत्ति 9:1-6 फिर परमेश्‍वर ने नूह और उसके पुत्रों को आशीष दी और उनसे कहा, "फूलो-फलो, और बढ़ो, और पृथ्वी में भर जाओ। तुम्हारा डर और भय पृथ्वी के सब प…

परमेश्वर मनुष्य के साथ अपनी वाचा के लिए इंद्रधनुष को प्रतीक के रूप में उपयोग करता है

उत्पत्ति 9:11-13 "और मैं तुम्हारे साथ अपनी यह वाचा बाँधता हूँ कि सब प्राणी फिर जल-प्रलय से नष्‍ट न होंगे: और पृथ्वी का नाश करने के लिये फिर जल-प्रलय न…

परमेश्वर अब्राहम को एक पुत्र देने की प्रतिज्ञा करता है

1. परमेश्वर अब्राहम को एक पुत्र देने की प्रतिज्ञा करता है उत्पत्ति 17:15-17 फिर परमेश्वर ने अब्राहम से कहा, "तेरी जो पत्नी सारै है, उसको तू अब सारै…

परमेश्वर इसहाक के प्रति अर्पण करने के लिए अब्राम को आज्ञा देता है

अब्राहम को एक पुत्र देने के बाद, परमेश्वर ने अब्राहम से जो वचन कहे थे, वे पूरे हो गए थे। इसका अर्थ यह नहीं है कि परमेश्वर की योजना यहीं रुक गई; इसके…

सदोम की भ्रष्टता : मनुष्य को क्रोधित करने वाली, परमेश्वर का कोप भड़काने वाली

पहले, आओ हम पवित्रशास्त्र के वे अंश देखें, जो परमेश्वर द्वारा सदोम के विनाश का वर्णन करते हैं। उत्पत्ति 19:1-11 साँझ को वे दो दूत सदोम के पास आए; और …

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें