01प्रभु यीशु छुटकारे का कार्य समाप्त करने के बाद, अंत के दिनों में न्याय का कार्य करने क्यों आयेंगे?

भले ही मनुष्यों को प्रभु द्वारा अनुग्रह के युग में छुड़ाया गया था और उन्हें उनके पापों से मुक्त किया गया था, लेकिन लोगों को उनके पापी प्रकृति से मुक्त नहीं किया गया था—वे सभी अभी भी पाप करने, स्वीकारने, फिर से पाप करने और फिर से उसे स्वीकारने के चक्र में जीते हैं। यह उनके जीवन का दर्दनाक संघर्ष है। बाइबल भविष्यवाणी करती है: "क्योंकि वह समय आ पहुँचा है कि पहले परमेश्‍वर के लोगों का न्याय किया जाए" (1 पतरस 4:17)। "यदि कोई मेरी बातें सुनकर न माने, तो मैं उसे दोषी नहीं ठहराता; क्योंकि मैं जगत को दोषी ठहराने के लिये नहीं, परन्तु जगत का उद्धार करने के लिये आया हूँ। जो मुझे तुच्छ जानता है और मेरी बातें ग्रहण नहीं करता है उसको दोषी ठहरानेवाला तो एक है: अर्थात् जो वचन मैं ने कहा है, वही पिछले दिन में उसे दोषी ठहराएगा" (यूहन्ना 12:47-48)। अंत के दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर का कार्य, न्याय के कार्य का चरण है; उन्होंने उन सभी लोगों को शुद्ध करने के लिए सत्यों को व्यक्त किया है जो परमेश्वर के सिंहासन के समक्ष आते हैं, उन्होंने सभी को उनकी किस्म के अनुसार छांटा है, अंततः उन लोगों को अपने राज्य में लाये हैं जो शुद्ध किए गए हैं, इस प्रकार वे पूरी तरह से युग का अंत करते हैं। हम देख सकते हैं कि अंत के दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर का न्याय का कार्य पूरी तरह से बाइबिल की भविष्यवाणियों को पूर्ण करता और प्राप्त करता है—यह मानवजाति को पूरी तरह से बचाने का कार्य है।

संदर्भ के लिए बाइबल के पद

"मैं तुम से सच सच कहता हूँ कि जो कोई पाप करता है वह पाप का दास है। दास सदा घर में नहीं रहता; पुत्र सदा रहता है" (यूहन्ना 8:34-35)।

"क्योंकि सच्‍चाई की पहिचान प्राप्‍त करने के बाद यदि हम जान बूझकर पाप करते रहें, तो पापों के लिये फिर कोई बलिदान बाकी नहीं। हाँ, दण्ड का एक भयानक बाट जोहना और आग का ज्वलन बाकी है जो विरोधियों को भस्म कर देगा" (इब्रानियों 10:26-27)।

"वैसे ही मसीह भी बहुतों के पापों को उठा लेने के लिये एक बार बलिदान हुआ; और जो लोग उसकी बाट जोहते हैं उनके उद्धार के लिये दूसरी बार बिना पाप उठाए हुए दिखाई देगा" (इब्रानियों 9:28)।

"मुझे तुम से और भी बहुत सी बातें कहनी हैं, परन्तु अभी तुम उन्हें सह नहीं सकते। परन्तु जब वह अर्थात् सत्य का आत्मा आएगा, तो तुम्हें सब सत्य का मार्ग बताएगा, क्योंकि वह अपनी ओर से न कहेगा परन्तु जो कुछ सुनेगा वही कहेगा, और आनेवाली बातें तुम्हें बताएगा" (यूहन्ना 16:12-13)।

"यदि कोई मेरी बातें सुनकर न माने, तो मैं उसे दोषी नहीं ठहराता; क्योंकि मैं जगत को दोषी ठहराने के लिये नहीं, परन्तु जगत का उद्धार करने के लिये आया हूँ। जो मुझे तुच्छ जानता है और मेरी बातें ग्रहण नहीं करता है उसको दोषी ठहरानेवाला तो एक है: अर्थात् जो वचन मैं ने कहा है, वही पिछले दिन में उसे दोषी ठहराएगा" (यूहन्ना 12:47-48)।

02अनुग्रह के युग में परमेश्वर के छुटकारे के कार्य और राज्य के युग के न्याय कार्य के बीच कौन-कौन से अंतर हैं?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद

"मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आया है" (मत्ती 4:17)।

"यदि कोई मेरी बातें सुनकर न माने, तो मैं उसे दोषी नहीं ठहराता; क्योंकि मैं जगत को दोषी ठहराने के लिये नहीं, परन्तु जगत का उद्धार करने के लिये आया हूँ। जो मुझे तुच्छ जानता है और मेरी बातें ग्रहण नहीं करता है उसको दोषी ठहरानेवाला तो एक है: अर्थात् जो वचन मैं ने कहा है, वही पिछले दिन में उसे दोषी ठहराएगा" (यूहन्ना 12:47-48)।

03हम ये कैसे जान सकते हैं कि अनुग्रह के युग का छुटकारे का कार्य और अंत के समयों का न्याय कार्य एक ही परमेश्वर द्वारा किया गया है?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद

"प्रभु परमेश्‍वर, जो है और जो था और जो आनेवाला है, जो सर्वशक्‍तिमान है, यह कहता है, 'मैं ही अल्फ़ा और ओमेगा हूँ'" (प्रकाशितवाक्य 1:8)।

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