01क्या बाइबिल मे सब परमेश्वर की प्रेरणा से है? क्या बाइबिल में सब कुछ परमेश्वर के वचन है?

जो लोग बाइबल पढ़ चुके हैं, वे सभी जानते होंगे कि इसमें परमेश्वर के वचन, भविष्यद्वक्ताओं के वचन और प्रेरितों के वचन, शैतान के वचन, और बहुत कुछ शामिल हैं। फिर भी प्रभु में कई विश्वासी हैं, जो पौलुस के वचनो से चल रहे हैं, कि "सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र परमेश्‍वर की प्रेरणा से रचा गया है" (2 तीमुथियुस 3:16) का मानना है कि बाइबिल में केवल परमेश्वर के वचन हैं। क्या इस तरह का दृष्टिकोण परमेश्वर की इच्छा के अनुरूप है?

02क्या परमेश्वर के सारे वचन और काम बाइबिल में पाए जा सकते हैं?

अंतिम दिनों में, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया इस चीज़ की गवाही देती है कि प्रभु यीशु मसीह सत्य को उजागर करने और न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है के काम को करने सर्वशक्तिमान परमेश्वर, अंतिम दिनों के मसीह के रूप में लौट आए हैं। फिर भी कुछ ऐसे हैं जो कि मानते हैं बाइबिल के वचन पूरे और संपूर्ण है, और परमेश्वर के सारे वचन और सारे काम पहले ही बाइबिल में पाए जाते हैं। वह विश्वास करते हैं कि बाइबिल के बाहर परमेश्वर का कोई नया वचन या नया काम नहीं हो सकता, और जो कुछ भी बाइबल से बाहर जाता है वह अधर्म है। पर क्या ऐसा दृष्टिकोण परमेश्वर के कार्य के तथ्यों के अनुसार है? क्या यह परमेश्वर के वचनों के साथ उचित बैठता है?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद

"और भी बहुत से काम हैं, जो यीशु ने किए; यदि वे एक एक करके लिखे जाते, तो मैं समझता हूँ कि पुस्तकें जो लिखी जातीं वे संसार में भी न समातीं" (यूहन्ना 21:25)

"मुझे तुम से और भी बहुत सी बातें कहनी हैं, परन्तु अभी तुम उन्हें सह नहीं सकते। परन्तु जब वह अर्थात् सत्य का आत्मा आएगा, तो तुम्हें सब सत्य का मार्ग बताएगा, क्योंकि वह अपनी ओर से न कहेगा परन्तु जो कुछ सुनेगा वही कहेगा, और आनेवाली बातें तुम्हें बताएगा" (यूहन्ना 16:12-13)

"जिसके कान हों वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है" (प्रकाशितवाक्य 2:7)

"जो सिंहासन पर बैठा था, मैं ने उसके दाहिने हाथ में एक पुस्तक देखी जो भीतर और बाहर लिखी हुई थी, और वह सात मुहर लगाकर बन्द की गई थी। फिर मैं ने एक बलवन्त स्वर्गदूत को देखा जो ऊँचे शब्द से यह प्रचार करता था, 'इस पुस्तक के खोलने और उसकी मुहरें तोड़ने के योग्य कौन है?' परन्तु न स्वर्ग में, न पृथ्वी पर, न पृथ्वी के नीचे कोई उस पुस्तक को खोलने या उस पर दृष्‍टि डालने के योग्य निकला। तब मैं फूट फूटकर रोने लगा, क्योंकि उस पुस्तक के खोलने या उस पर दृष्‍टि डालने के योग्य कोई न मिला। इस पर उन प्राचीनों में से एक ने मुझ से कहा, 'मत रो; देख, यहूदा के गोत्र का वह सिंह जो दाऊद का मूल है, उस पुस्तक को खोलने और उसकी सातों मुहरें तोड़ने के लिये जयवन्त हुआ है'" (प्रकाशितवाक्य 5:1-5)

03क्या हम परमेश्वर का स्वागत बाइबल को पकड़े रहकर कर सकते हैं?

दो हजार साल पहले, इस्राएलियों ने मसीहा के आने की लालसा की थी। जब प्रभु यीशु अपने कार्य को करने के लिए आए। फिर भी, यहूदी फरीसी पुराने नियम के धर्मग्रंथों को थामे रहे और प्रभु यीशु की घोर निंदा और विरोध किया, तब तक जब तक कि उन्होंने उसे सूली पर चढ़ाने का जघन्य पाप न कर लिया। प्रभु यीशु अब लंबे समय पहले ही सर्वशक्तिमान परमेश्वर, अंतिम दिनों के मसीह के रूप में लौट आए हैं, और प्रभु यीशु के छुटकारे के कार्य की नींव पर, वह सत्य को व्यक्त करते और मनुष्य के न्याय और शुद्ध करने के कार्य को करते, अनंत जीवन का मार्ग दिखाते हैं। फिर भी कई लोग उस ऐतिहासिक त्रासदी को दोहराने में लगे हैं। अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर की उपस्थिति और कार्य के साथ सामना करते हुए, वह ज़िद्दियो कि तरह बाइबल को थामें रखते हैं और पवित्र आत्मा के नए वचनों की जांच करने से इनकार करते है, और इस हद तक जाते है कि वह अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य की निंदा और विरोध करते है। क्या ऐसे लोग प्रभु का स्वागत करने में सक्षम हैं?

संदर्भ के लिए लेख

बाइबल के अलावा क्या परमेश्वर ने दूसरे वचन बोले हैं?

बाइबल के अलावा क्या परमेश्वर ने दूसरे वचन बोले हैं?

अब मुझे बाइबल और परमेश्वर के बीच का रिश्ता समझ आ गया है

अब मुझे बाइबल और परमेश्वर के बीच का रिश्ता समझ आ गया है

अधिक उत्कृष्ट सामग्री

अन्य विषय

बुद्धिमान कुँवारी कैसे बनें और दूल्हे का स्वागत कैसे करें
स्वर्ग के राज्य में प्रवेश कैसे करें
स्वर्ग के राज्य में प्रवेश कैसे करें
गलतियाँ जिन्हें प्रभु की वापसी का स्वागत करने के लिए सुधारा जा
गलतियाँ जिन्हें प्रभु की वापसी का स्वागत करने के लिए सुधारा जा
विपदा से पहले स्वर्गारोहित कैसे हों
विपदा से पहले स्वर्गारोहित कैसे हों