Hindi Christian Testimony Video | कहानी दो गिरफ्तारियों की

08 अक्टूबर, 2021

सुसमाचार को फैलाने के दौरान जब मुख्य किरदार को कम्युनिस्ट पार्टी गैरकानूनी ढंग से हिरासत में ले लेती है, तो उसे हर प्रकार की यातना दी जाती है, उसे बाँध दिया जाता है, दर्दनाक मुद्रा में हथकड़ियां लगायी जाती हैं, और हथकड़ियों के सहारे लटकाया जाता है। पुलिस उसे एक पिंजरे में भी तालाबंद कर देती है, उसे सोने नहीं देती। दर्द के मारे और इस डर से कि कुछ न बताने पर उसे पीट-पीटकर मार डाला जाएगा, वह परमेश्वर में अपनी आस्था को नकार देता है। लेकिन पुलिस उस पर भरोसा नहीं करती, उसे ज़बरदस्ती एक साइकोऐक्टिव दवा पिला देती है, उसे बाथरूम नहीं जाने देती, उसके सारे कपड़े उतार कर उसे नंगा कर नीचा दिखाने के लिए बरामदे में ले आती है। जब वह मानसिक और शारीरिक रूप से ख़त्म होने के कगार पर पहुँच जाता है, तो वह दिमागी संतुलन खोने का नाटक करता है। वहां से छूटने के बाद, वह मौत के डर से और गवाही न दे पाने के कारण परमेश्वर को नकारने की बात याद करता है। उसे बहुत पछतावा होता है। 2012 में, सुसमाचार साझा करते समय उसे एक बार फिर गिरफ़्तार कर लिया जाता है। इस बार वह परमेश्वर से प्रार्थना कर उस पर भरोसा करके उन दानवों के सामने परमेश्वर की गवाही देने में कामयाब हो जाता है।

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परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

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