Hindi Christian Song | केवल सृष्टिकर्ता ही इस मानवजाति के प्रति कोमल प्रेम महसूस करता है
02 सितम्बर, 2025
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केवल सृष्टिकर्ता ही इस मानवजाति के प्रति कोमल प्रेम महसूस करता है केवल सृष्टिकर्ता ही इस मानवजाति के प्रति कोमल स्नेह दिखाता है। केवल सृष्टिकर्ता ही इस मानवजाति के प्रति सच्चा स्नेह रखता है, जिसे अलग करना कठिन है। इसी प्रकार, केवल सृष्टिकर्ता ही इस मानवजाति पर दया कर सकता है और केवल वही अपने सभी सृजित प्राणियों को सँजोता है। उसका दिल मनुष्य के हर एक कार्य के साथ खिंचा चला जाता है : वह मनुष्य की दुष्टता और भ्रष्टता पर क्रोधित, परेशान और दुखी होता है; वह खुश और आनंदित होता है, उसका हृदय बदल जाता है और वह मनुष्य के पश्चात्ताप, विश्वास और समर्पण से उल्लसित होता है; उसका हर विचार और सोच मानवजाति के लिए होते हैं और उसी के इर्द-गिर्द घूमते हैं; जो उसके पास है और जो वह स्वयं है उसे पूरी तरह से मानवजाति के लिए व्यक्त किया गया है; उसकी संपूर्ण भावनाएँ मानवजाति के अस्तित्व के साथ गुंथी हैं।
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मनुष्य के वास्ते वह भ्रमण करता है और यहाँ-वहाँ भागता है; वह खामोशी से अपने जीवन का कतरा-कतरा दे देता है; वह अपने जीवन का हर पल और हर क्षण अर्पित कर देता है...। उसने कभी नहीं जाना कि अपने ही जीवन को कैसे मूल्य दिया जाए, किंतु उसने हमेशा उस मानवजाति को सँजोया है, जिसकी रचना उसने स्वयं की है...। वह अपना सब-कुछ इस मानवजाति को दे देता है...। वह बिना किसी शर्त के और बिना किसी प्रतिफल की अपेक्षा के अपनी दया और सहनशीलता प्रदान करता है। वह ऐसा सिर्फ इसलिए करता है, ताकि मानवजाति उसकी नजरों के सामने और जीवन के उसके प्रावधान के तहत जीवित रह सके। वह ऐसा सिर्फ इसलिए करता है, ताकि मानवजाति एक दिन उसके सम्मुख आत्मसमर्पण कर दे और यह जान जाए कि वही मनुष्य के अस्तित्व का पोषण करता है और समूची सृष्टि के जीवन की आपूर्ति करता है।
—वचन, खंड 2, परमेश्वर को जानने के बारे में, स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है II
परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?
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