Hindi Christian Testimony Video | थोड़ी इंसानियत के साथ जीना यकीनन बढ़िया होता है

18 सितम्बर, 2020

"थोड़ी इंसानियत के साथ जीना यकीनन बढ़िया होता है" एक ईसाई महिला की गवाही है कि उसने परमेश्वर के वचनों के न्याय और ताड़ना का अनुभव कैसे किया। मुख्य किरदार अपनी कलीसिया में एक फिल्म निर्देशक का काम संभालती है और जब उसके काम को थोड़ी सफलता मिल जाती है, तो उसे लगने लगता है कि वह एक ज़रूरी प्रतिभा है। उसका स्वभाव ज़्यादा-से-ज़्यादा घमंडी हो जाता है: वह चाहती है कि उसके काम में हमेशा उसका फैसला ही अंतिम हो और वह भाई-बहनों के सुझावों को सुनने से मना कर देती है। वह दूसरों को नीचा दिखाते हुए बात करती है, अपने भाई-बहनों को बेबस करती है और कलीसिया के काम में गड़बड़ी पैदा करती है। काम से निकाल दिये जाने के बाद, परमेश्वर के वचनों को पढ़ कर और आत्मचिंतन करके वह घमंड और दंभ के अपने शैतानी स्वभाव की थोड़ी समझ हासिल करती है और अब वह पहले की तरह घमंडी नहीं रहती। समस्याओं का सामना करते समय, वह सोच-समझ के साथ सत्य को खोजती है और दूसरों की राय को सुनती है, आखिरकार वह थोड़ी इंसानियत के साथ जीवन जीने लगती है। वह स्वयं अनुभव करती है कि परमेश्वर का न्याय और ताड़ना मानवजाति के लिए उसका सच्चा प्रेम और उद्धार हैं।

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परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

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