Hindi Christian Crosstalk | बिना दीवारों की जेल
02 दिसम्बर, 2018
यह व्यंग्य वार्ता – बिना दीवारों की जेल, भाग कर विदेश में बस चुकी हान मेई की कहानी सुनाती है और नास्तिक चीन में एक ईसाई के रूप में रहने के उनके कड़वे अनुभवों की दास्तान बयान करती है। हान मेई को सीसीपी पुलिस ने सुसमाचार का प्रचार करने के आरोप में गिरफ़्तार किया था, लेकिन रिहाई के बाद भी वे सीसीपी के दुष्ट हाथों से बच नहीं पाईं। उन्हें उनकी आस्था छोड़ देने को मजबूर करने के लिए, निगरानी और नियंत्रण का हर हथकंडा अपनाती है, जैसे कि: निगरानी यंत्रों, गोपनीय माइक्रो-यंत्रों, व्यक्तिगत जाँच, सादी वेशभूषा में गुप्तचरों द्वारा पीछा करने, उस प्रांत से बाहर भी उनके पीछे-पीछे जाने, वगैरह का इस्तेमाल करने से सीसीपी के लोग पीछे न हटे। पीछा किए जाने, गिरफ़्तार होने और उत्पीड़न सहने के अनुभवों के बाद, हान मेई ने अंतत: सीसीपी के परमेश्वर-विरोधी और उनके शत्रु होने के दुष्ट सार को साफ़ तौर पर देख ही लिया, और इस प्रकार वे अंत तक परमेश्वर का अनुसरण करने के लिए, किसी भी सीमा तक जाने और कुछ भी करने के लिए और अधिक दृढ़-संकल्पित हो गईं!
परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?
अन्य प्रकार की वीडियो