Hindi Christian Movie | परमेश्वर के नाम का महत्‍व (चुनिंदा अंश)

14 नवम्बर, 2018

"यहोवा" और “यीशु” व्यवस्था के युग और अनुग्रह के युग में परमेश्वर के नाम थे, और प्रकाशितवाक्य में यह भविष्यवाणी की गयी है कि अंत के दिनों में परमेश्वर एक नया नाम अपनायेंगे। परमेश्वर को अलग-अलग युगों में विभिन्न नामों से क्यों पुकारा जाता है? इन दो नामों "यहोवा" और “यीशु” का क्या महत्‍व है? यह लघु वीडियो आपके लिए इस रहस्य पर से परदा उठायेगा।

चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।

विशेष वक्तव्य: यह वीडियो प्रस्तुति सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया द्वारा लाभ-के-लिए-नहीं (नॉट-फॉर प्रॉफिट) रचना के रूप में तैयार की गई थी। इस प्रस्तुति में दिखाई देने वाले अभिनेता लाभ-के-लिए-नहीं आधार पर अभिनय कर रहे हैं, और उन्हें किसी भी तरह से भुगतान नहीं किया गया है। यह वीडियो किसी भी तीसरे पक्ष को लाभ के लिए वितरित नहीं किया जा सकता है, और हमें आशा है कि हर कोई इसे खुले तौर पर साझा और वितरित करेगा। जब आप इसे वितरित करते हैं, तो कृपया स्रोत पर ध्यान दें। सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कलीसिया की सहमति के बिना, कोई भी संगठन, सामाजिक समूह या व्यक्ति इस वीडियो की सामग्री के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकता है या इसे गलत तरीके से प्रस्तुत नहीं कर सकता है।

और देखें

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

साझा करें

रद्द करें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें