Hindi Christian Crosstalk | निगरानी | Revealing the Status Quo of Religion in China

24 नवम्बर, 2018

जब से सीसीपी ने सत्ता संभाली है, इसने हमेशा भिन्न-मत रखने वालों पर हमला और धार्मिक आस्था पर चोट की है। चीन के लोगों को हमेशा के लिए अपने काबू में करने की ख़ातिर, सीसीपी ने कई प्रकार के राष्ट्रीय निगरानी नेटवर्क बनाने के लिए भारी रकम खर्च की है, और विशेष रूप से ईसाइयों की निगरानी बहुत ज़्यादा कड़ी कर दी है। कई स्तरों पर फोन, इंटरनेट और कैमरों के माध्यम से उन पर निगरानी रखकर, सीसीपी ने अनगिनत ईसाइयों की अंधाधुंध गिरफ्तारी की है। कितने ही लोगों को घर छोड़कर बेघर होने पर मजबूर कर दिया है। अनेक ईसाई जेल की सलाखों के पीछे हैं। कितनों को अपाहिज बना दिया या मार दिया गया है! मिश्रित-वार्ता 'निगरानी' चीन की "धार्मिक आजादी" और "बोलने की स्वतंत्रता" के पाखंड को उजागर करती है और आपको इसके पापों का सबूत देती है कि चीन कैसे उच्च तकनीक का उपयोग करके, धार्मिकता पर हमला और धार्मिक आस्था पर अत्याचार करता है।

और देखें

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

साझा करें

रद्द करें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें