Hindi Christian Movie | "जागृति"

10 सितम्बर, 2018

लू शाउएन चीन की एक गृह कलीसिया में प्रचारिका थीं। धार्मिक पादरियों और एल्डर्स द्वारा फैलायी गयी गलत धारणाओं में विश्वास करके वे इस बात पर जोर देती रहीं कि "प्रभु यीशु ने पहले ही मनुष्य के पापों को माफ़ कर दिया है, और जो लोग प्रभु में विश्वास करते हैं, वे हमेशा बचा लिये जाएंगे। उन्हें परमेश्वर के अंत के दिनों के कार्य को स्वीकार करने की ज़रूरत नहीं है।" उन्होंने सर्वशक्तिमान परमेश्वर के राज्य के सुसमाचार को बार-बार ठुकराया और उसका विरोध किया ..... मगर, एक अप्रत्याशित घटना ने उन्हें यह मालूम करने का मौका दिया कि उनके पादरी, लोगों के सामने एक ख़ास तरह से बर्ताव करते थे, और उनकी पीठ पीछे अपना असली चेहरा दिखाते थे, और वे देख पा रही थीं कि उनके पादरी कितने पाखंडी थे। यही समय था जब सर्वशक्तिमान परमेश्वर का राज्य का सुसमाचार उन तक पहुंचा। सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के गवाह उनके साथ बड़े सब्र से परमेश्वर के अंत के दिनों के कार्य के बारे में संगति करते और उसकी गवाही देते, और सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को सुनने के बाद, वे बचाये जाने और पूर्ण उद्धार पाने के बीच के फर्क की सच्चाई को समझ पायीं, और यह जान पायीं कि पहले वे जिन धारणाओं को पकड़े हुए थीं, वे सिर्फ मनुष्य की कल्पना की उड़ान थीं और परमेश्वर के कार्य की वास्तविकता के मुताबिक़ नहीं थीं। मगर, जब उनके पादरी को इस बारे में पता चला, तो उन्होंने विश्वासियों को उनकी निंदा करने और उन्हें त्याग देने को उकसाया, और लू शाउएन पर दबाव डालने के लिए उनके परिवार तक को खींच लिया .... लू शाउएन दर्द में डूब गयीं और बेसहारा महसूस करने लगीं। अंत में, वे सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों से सत्य को समझ पायीं, और वे यह देख पायीं कि धार्मिक दुनिया के उनके पादरी पाखंडी थे, परमेश्वर के दुश्मन थे, जो सत्य से नफ़रत करते थे और उनका स्वभाव एक मसीह-विरोधी हैवान का था। लू शाउएन पूरी तरह जागरूक हो चुकी थीं, और उन्होंने अपने पादरी के धोखे और नियंत्रण को ठुकरा दिया था। उन्होंने सत्य की खोज करने और पूर्ण उद्धार प्राप्त करने का मार्ग अपना कर सर्वशक्तिमान परमेश्वर का अनुसरण किया ....

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