Hindi Christian Testimony Video | परमेश्वर के वचनों से मैंने ख़ुद को जाना है

24 अक्टूबर, 2020

मुख्य किरदार के विश्वासी बनने से पहले, वह हमेशा यह मानती थी कि उसके भीतर अच्छी मानवता है, दूसरों के साथ वह सहनशील और धैर्यवान है, एक ऐसी इंसान है जो अगर किसी को मुश्किल समय से गुज़रता हुआ देखती है, तो उसकी मदद करने के लिए कुछ भी कर सकती है; वह ख़ुद को एक अच्छा इंसान समझती थी। अंत के दिनों के परमेश्वर के काम को स्वीकार करने के बाद, तथ्यों और परमेश्वर के शब्दों के इल्हाम और न्याय के माध्यम से, वह देख पाती है कि हालांकि वह बाहर से अच्छा व्यवहार करती है और स्पष्ट रूप से पाप करने से बचती है, उसके भीतर अहंकार, धोखेबाज़ी, और द्वेष के शैतानी स्वभाव हैं। जैसे ही किसी अन्य व्यक्ति के शब्द या कार्य उसकी रुचियों के आड़े आते हैं, तो वह उनसे नफ़रत करती है और उनकी आलोचना करती है, उनके पीठ के पीछे उनका अपमान करती है, और वह कलीसिया के काम में बाधा पैदा करती है। जब वह अपने भ्रष्ट स्वभाव और अपनी ईश्वर-विरोधी शैतानी प्रकृति को समझ लेती है, तो वह ईश्वर से पश्चाताप करने लगती है ...

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