वास्तविक जीवन पर आधारित कहानी का नाट्य-रूपांतर | परमेश्वर से प्रेम करने की राह पर आगे बढ़ना

28 मार्च, 2021

यह विश्वासी कभी एक सैन्य कमांडर हुआ करता था, लेकिन पार्टी के मामलों का प्रभार लेने के लिए राज्य के उपक्रम में स्थानांतरित होने के बाद, उसने कम्युनिस्ट पार्टी की भीतरी लड़ाई, साज़िश और क्रूरता देखी। इससे वह बेहद दुखी और खिन्न हो गया। जब उसे लगा कि वो खो गया है, तभी उसने प्रभु यीशु को पाया और अपना उद्धारक मान लिया। एक दिन वह अंत के दिनों के सर्वशक्तिमान परमेश्वर का सुसमाचार सुनता है और देखता है कि उसके सभी वचन सत्य हैं। वह अपनी आत्मा को पोषित होते हुए महसूस करता है और ठान लेता है वह अंत के दिनों के परमेश्वर के सुसमाचार को साझा करेगा और उसकी गवाही देगा। उसे हैरानी होती है जब प्रभु में विश्वास रखने वाले भाई-बहन, जो कभी धर्मनिष्ठ ईसाई नज़र आते थे, परमेश्वर की वापसी की ख़ुशख़बरी सुनकर तुरंत अपना असली रंग दिखा देते हैं। वे उस पर कुत्ते छोड़ देते हैं, मूत्र और मल फेंकते हैं, उसे मारते-पीटते हैं और पुलिस में उसकी रिपोर्ट तक कर देते हैं। वे उन फ़रीसियों से अलग नहीं हैं जिन्होंने प्रभु यीशु के काल में उस पर अत्याचार किए थे। उसे यह बात समझ में आ जाती है कि परमेश्वर के लिए इंसान को बचाना कितना मुश्किल है। परमेश्वर का सुसमाचार साझा करने और उसकी गवाही देने के दौरान और मुश्किलों का सामना करते हुए, "परमेश्वर से प्रेम करने की राह पर आगे बढ़ना" नामक भजन उसके कानों में गूँजता रहता है। यह हमेशा उसकी आत्मा को अंदर तक बेहद प्रेरित करता है।

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परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

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