Hindi Christian Testimony Video | सत्य का अभ्यास सुसंगत समन्वय की कुंजी है

14 दिसम्बर, 2020

कलीसिया में मुख्य पात्र का कर्तव्य फिल्मों के लिए प्रॉप बनाना है। अपने साथ काम करने वाले भाई की तुलना में उसके पास अधिक तकनीकी कौशल और काम का अनुभव है, इसलिए जब उसके पास किसी काम के बारे में अलग-अलग सुझाव होते हैं, तो वह हमेशा सोचता है कि उसके सुझाव और योजनाएं सही हैं। वह किसी और के सुझावों को स्वीकार नहीं करना चाहता है। वह लोगों के साथ मिलजुल कर काम कर ही नहीं पाता है। समय-समय पर परमेश्वर से ताड़ना और अनुशासन पाने के बाद, वह अपने घमंडी और दंभी शैतानी स्वभाव की कुछ समझ हासिल करता है। वह भाई-बहनों के साथ सुसंगत सहयोग का मार्ग खोजकर यह जान लेता है कि सत्य का अभ्यास करना कितना अच्छा होता है। आइए देखें कि उसमें यह बदलाव कैसे आता है!

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परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

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