816 परमेश्वर के लिए गवाही देना मानव का कर्तव्य है

1

परमेश्वर तुम लोगों को जीवन देता है;

ये एक उपहार है जिसे तुम उससे प्राप्त करते हो।

और इसलिए तुम्हारा कर्तव्य है कि तुम उसके लिए गवाही दो।

परमेश्वर देता है अपनी महिमा, अपना जीवन जो इस्राएलियों के पास नहीं था।

और इसलिए तुमको अपना जीवन और यौवन, उसे समर्पित करना चाहिए।

तुम्हें परमेश्वर की, महिमा मिल गई है, इसलिए तुम्हें परमेश्वर का साक्ष्य देना है।

यही विहित है।


2

ये तुम्हारा सौभाग्य है, तुम्हें परमेश्वर की महिमा दी गयी है।

और इसलिए उसकी महिमा की गवाही देना तुम्हारा कर्तव्य है।

यदि तुम परमेश्वर में मानते हो, सिर्फ़ आशीर्वाद पाने के लिए,

उसका काम सार्थक नहीं होगा,

और तुम अपने कर्तव्य को पूरा नहीं करोगे, पूरा नहीं करोगे।

तुम्हें परमेश्वर की, महिमा मिल गई है, इसलिए तुम्हें परमेश्वर का साक्ष्य देना है।

यही विहित है, यही विहित है।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, तुम विश्वास के बारे में क्या जानते हो? से रूपांतरित

पिछला: 815 तुम्हें ईश्वर की इच्छा समझनी चाहिए

अगला: 817 परमेश्वर की एकमात्र इच्छा

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

418 प्रार्थना के मायने

1प्रार्थनाएँ वह मार्ग होती हैं जो जोड़ें मानव को परमेश्वर से,जिससे वह पुकारे पवित्र आत्मा को और प्राप्त करे स्पर्श परमेश्वर का।जितनी करोगे...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें