Hindi Christian Movie | क्या मनुष्य द्वारा सत्य के अनुरूप बोले गए वचन सत्य को दर्शाते हैं? (चुनिंदा अंश)
26 दिसम्बर, 2018
परमेश्वर सत्य, मार्ग और जीवन है। केवल परमेश्वर में ही सत्य का सार है। परमेश्वर स्वयं सत्य है। लेकिन धार्मिक दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं जो परमेश्वर जिनका उपयोग करता है उन लोगों के द्वारा बोले जाने वाले वचनों को या जिनमें पवित्र आत्मा का कार्य है जो सत्य के अनुरूप हैं, उनके द्वारा बोले जाने वाले वचनों को सत्य मान लेते हैं। वे यहाँ तक कि बड़ी और प्रसिद्ध आध्यात्मिक हस्तियों द्वारा उनकी अवधारणाओं और कल्पनाओं के आधार पर समझायी गई बुरी शिक्षाओं और भ्रांतियों को भी सत्य मान लेते हैं। परिणामस्वरूप, लोग उन्हें ठग लेते हैं, फँसा लेते हैं और वे ऐसे लोग बन जाते हैं जो परमेश्वर का विरोध करते हैं और उसके साथ विश्वासघात करते हैं। तो वास्तव में सत्य क्या है? तो फिर उन वचनों के साथ व्यवहार करने का सही तरीका क्या है जो सत्य के अनुरूप हैं जो परमेश्वर जिनका उपयोग करता है उनके द्वारा और जिनमें पवित्र आत्मा का कार्य है उनके द्वारा बोले गए हैं?
परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?
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