9 गौरवशाली सिंहासन पर विराजमान है सर्वशक्तिमान परमेश्वर
विराजमान होता है विजयी राजा अपने सिंहासन पर, छुटकारा पूरा हुआ है।
महिमा में प्रकट होने को, अपने लोगों की अगुवाई करता वो।
थामता पूरी कायनात को, अपने हाथों में वो।
बुद्धि और शक्ति से, किया है मज़बूत निर्माण सिय्योन का उसने।
1
न्याय करता अपने प्रताप से, बुरी दुनिया का,
लोगों का, धरती-समंदर का, उनमें बसे प्राणियों का,
स्वच्छंद-भोग में उन्मत्त लोगों का, न्याय करता वो।
ख़फ़ा होगा उनसे, दिखायेगा अपना प्रताप वो।
2
क्रोध उसका तुरंत न्याय करके, जला देगा अपराध उनके।
उतर आयेगी आपदा उन पर कभी भी।
न बच पायेंगे, न छुप पायेंगे वो कहीं भी,
रोयेंगे, पीसेंगे दाँत अपने, तबाह हो जायेंगे वो।
विजयी चहेते पुत्र परमेश्वर के,
यकीनन सदा सिय्योन में रहेंगे।
सभी उसकी वाणी सुनेंगे, उसके कर्मों पर ध्यान देंगे,
परमेश्वर का स्तुति-गान वो सदा करते रहेंगे।
3
एकमात्र सच्चा परमेश्वर हो चुका प्रकट पहले ही!
यकीं होगा हमें उस पर, करेंगे करीब से हम अनुसरण उसका।
हो रहा है सामने हमारे, उजागर अंत दुनिया का।
त्याग दो दौलत और धर्मनिरपेक्ष दुनिया के लिये अपनी चाहत को।
अपने जीवन-साथी और संतान के मोह से मुक्त हो जाओ।
त्याग दो अपने विचारों और पूर्वाग्रहों को।
जागो, समय कम है! भरोसा करो परमेश्वर पे, उसे नियंत्रण करने दो!
लूत की पत्नी की तरह दयनीय ढंग से, दर-किनार न हो जाओ!
जाग जाओ! जाग जाओ! जाग जाओ!
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, आरंभ में मसीह के कथन, अध्याय 3 से रूपांतरित