786 इंसान परमेश्वर को उसके वचनों के अनुभव से जानता है

1

ईश्वर का स्वरूप, सार, स्वभाव, सब,

बता दिया गया इंसान को ईश-वचनों में।

अमल में लाकर जान लेगा इंसान

उनके लक्ष्य, मूल और इच्छित प्रभाव को।

इंसान को ये चीज़ें समझनी, अनुभव करनी होंगी सत्य और जीवन पाने को,

ईश-इच्छा समझने को, स्वभाव बदलने को,

ईश-नियमों, आयोजनों का पालन करने को।

इंसान धीरे-धीरे ईश्वर को समझेगा,

उसके बारे में विभिन्न स्तर का ज्ञान पाएगा।


2

ईश-वचनों की सराहना, अनुभव, पुष्टि से

सच में समझना ईश्वर को इंसान और ईश्वर में सच्चा संपर्क है,

जहाँ इंसान समझे ईश्वर के इरादे, सचमुच समझे उसके स्वरूप को,

जाने उसके सार और स्वभाव को, उसे विश्वास हो सर्वत्र ईश-प्रभुता का,

जाने उसकी पहचान और रुतबे को।

ईश्वर के प्रति इंसान की परवाह, आज्ञाकारिता बढ़ेगी,

उसकी श्रद्धा ज़्यादा असली और गहरी होगी।


3

इस संपर्क से, इंसान न सिर्फ़ जीवन का बपतिस्मा और सत्य पाएगा,

ईश्वर का सच्चा ज्ञान भी पाएगा, वो बदलेगा और उद्धार पाएगा।

ईश्वर के प्रति उसमें सृजित प्राणी की सच्ची श्रद्धा और आराधना पैदा होगी।

इस संपर्क से आध्यात्मिक बनकर इंसान धीरे-धीरे बदलेगा।


इंसान की अज्ञात आस्था बदलेगी सच्ची आज्ञाकारिता, परवाह और श्रद्धा में।

इंसान निष्क्रिय नहीं सक्रिय होकर ईश्वर का अनुसरण करेगा।

इसी संपर्क से इंसान ईश्वर की सच्ची समझ और ज्ञान हासिल करेगा।


—वचन, खंड 2, परमेश्वर को जानने के बारे में, प्रस्तावना से रूपांतरित

पिछला: 785 परमेश्वर को जानने के लिए उसके वचनों को जानना ही चाहिए

अगला: 787 क्या तुम सचमुच परमेश्वर को समझते हो?

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

610 प्रभु यीशु का अनुकरण करो

1पूरा किया परमेश्वर के आदेश को यीशु ने, हर इंसान के छुटकारे के काम को,क्योंकि उसने परमेश्वर की इच्छा की परवाह की,इसमें न उसका स्वार्थ था, न...

418 प्रार्थना के मायने

1प्रार्थनाएँ वह मार्ग होती हैं जो जोड़ें मानव को परमेश्वर से,जिससे वह पुकारे पवित्र आत्मा को और प्राप्त करे स्पर्श परमेश्वर का।जितनी करोगे...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में I सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें