652 तुम सब वो हो जो परमेश्वर की विरासत पाओगे

1

परमेश्वर पर विश्वास करने वाले समझो,

अंत के दिनों में करके उसका कार्य प्राप्त,

परमेश्वर पर विश्वास करने वाले समझो,

अंत के दिनों में करके उसका कार्य प्राप्त,

और प्राप्त करके परमेश्वर की पूरी योजना अपने में,

मिला है तुम्हें उमंग और उद्धार।

इस ब्रह्मांड में परमेश्वर का कार्य है केंद्रित तुम लोगों पे।

उसकी सारी कोशिशें हैं समर्पित तुम लोगों को।

परमेश्वर ने किया सब कुछ बलिदान तुम लोगों के लिए।

आत्मा के कार्य को किया अर्पित तुम लोगों पे।

तुम लोग हो भाग्यशाली, ख़ुशकिस्मत।

इज़राइल से हटाकर यहां लाया है अपनी महिमा वो,

अपनी योजना को तुम लोगों के ज़रिए सच करने को,

तुम लोग उसकी महिमा और विरासत के वारिस हो।

तुम लोग हो भाग्यशाली, ख़ुशकिस्मत।

इज़राइल से हटाकर यहां लाया है अपनी महिमा वो,

अपनी योजना को तुम लोगों के ज़रिए सच करने को,

तुम लोग उसकी महिमा और विरासत के वारिस हो।


2

पहले, तुम लोग सुनते थे, पर समझते नहीं थे

इन अनमोल वचनों का सच्चा अर्थ:

"हमारा थोड़ा सा दुःख रहता तो है कुछ पल के लिए,

पर उत्पन्न करता बड़ी महिमा और है बहुत ज़रुरी हमारे लिए।"

अब तुम लोग हो पूरी तरह से अवगत इन वचनों के महत्व से।

वे वचन होंगे पूरे अंत के दिनों में

उनके लिए जिन पर परमेश्वर के दुश्मन, बड़े लाल अजगर,

ने किया क्रूर अत्याचार।

क्योंकि वो कष्ट देता है परमेश्वर को,

इस देश के विश्वासी लोग सहते हैं अत्याचार।

यही है वजह कि परमेश्वर का वादा, होगा पूरा इन लोगों के ज़रिए।

तुम लोग हो भाग्यशाली, ख़ुशकिस्मत।

इज़राइल से हटाकर यहां लाया है अपनी महिमा वो,

अपनी योजना को तुम लोगों के ज़रिए सच करने को,

तुम लोग उसकी महिमा और विरासत के वारिस हो।

तुम लोग हो भाग्यशाली, तुम लोग हो ख़ुशकिस्मत।

तुम लोग हो भाग्यशाली, तुम लोग हो ख़ुशकिस्मत।


3

परमेश्वर अपना कार्य एक देश में करता है जो है उसके खिलाफ़।

उसके कार्य में हैं बहुत-सी अड़चनें, उसके वचन नहीं हो सकते जल्दी पूरे।

इसलिए लोग होते हैं शुद्ध उसके वचनों से।

बड़े लाल अजगर के देश में परमेश्वर का कार्य है मुश्किल।

इसी संघर्ष से गुज़रते हुए परमेश्वर करता है कार्य का यह चरण,

अपनी बुद्धि और अपने अद्भुत कार्य को करने प्रकट,

इन लोगों को करने के लिए सिद्ध और पूर्ण।

अपनी पीड़ा और अपने कम योग्यता के कारण,

इस मैली ज़मीन में उनके शैतानी स्वभाव के कारण,

परमेश्वर करता है उन्हें शुद्ध, करता उन पे जीत हासिल,

ताकि पा सके वो महिमा और अपने कार्यों के लिए गवाह।

यही है अर्थ उसके हर बलिदान का।

परमेश्वर करता जीत हासिल, उनके ज़रिए जो हैं उसके खिलाफ़,

अपने सामर्थ्य को करने के लिए सच।

इस मैली ज़मीन के ही हैं लोग जो उसकी महिमा के वारिस बनने के हैं लायक।

केवल यही परमेश्वर के महान सामर्थ्य को देता है प्रमुखता।

परमेश्वर की महिमा अशुद्ध भूमि में प्राप्त होती है।

ये उन लोगों से प्राप्त होती है जो भीतर रहते हैं।

ये परेमश्वर की इच्छा है।

केवल ऐसा करने से परमेश्वर की शक्ति प्रकट हो सकती है।

तुम लोग हो भाग्यशाली, तुम लोग हो ख़ुशकिस्मत।

तुम लोग हो भाग्यशाली, तुम लोग हो ख़ुशकिस्मत।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, क्या परमेश्वर का कार्य उतना सरल है जितना मनुष्य कल्पना करता है? से रूपांतरित

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