272 जीने के लिये इंसान के पास सत्य होना चाहिये
1
भरोसा है जिसे परमेश्वर में,
नीरस ज़िंदगी से बचने के लिये,
उसके पास परमेश्वर के वचन होने चाहिये।
चमकती है रोशनी परमेश्वर के वचनों से,
कौन हूँ मैं जानता नहीं, बग़ैर परमेश्वर के वचनों के।
परमेश्वर के करीब अपने दिल को रखने के लिये,
हमें उसके वचन पढ़ने चाहिये,
सत्य के संग अक्सर संवाद करना चाहिये।
परमेश्वर का अनुमोदन पाने के लिये,
हमें सत्य की खोज करनी चाहिये।
बनता है ज़िंदगी का रास्ता ज़्यादा आलीशान, मेरे कदमों के तले।
परमेश्वर भी सराहेगा मेरे स्वभाव की तब्दीली को।
करता रहूँगा मेहनत, बढ़ता रहूँगा आगे मैं।
पुकार रही है कामयाबी मुझे।
2
सामना हो मुश्किलों से जब, तो परमेश्वर से प्रार्थना
और उसकी खोज करनी चाहिये हमें।
ख़ुशी की बात है साथ होना पवित्र आत्मा के।
मसीह नुमाइंदगी करे और रास्ता दिखाएँ वचन हमें,
तो मुमकिन है सत्य को पा लेना।
मसीह में मज़बूत भरोसा, सत्य के उसूलों पर टिके रहना,
मलाल नहीं होगा मुझे।
परमेश्वर का अनुमोदन पाने के लिये,
हमें सत्य की खोज करनी चाहिये।
बनता है ज़िंदगी का रास्ता ज़्यादा आलीशान, मेरे कदमों के तले।
परमेश्वर भी सराहेगा मेरे स्वभाव की तब्दीली को।
करता रहूँगा मेहनत, बढ़ता रहूँगा आगे मैं।
पुकार रही है कामयाबी मुझे।
3
सार्थक ज़िंदगी जीने को, पास हमारे सत्य होना चाहिये।
दुखों से भरी होती है सत्य के बग़ैर ज़िंदगी।
तकदीर पर भरोसा करके, हल नहीं होंगी मुश्किलें हमारी।
सत्य को हासिल करके ही हम,
पा सकते हैं हकीकत ज़िंदगी की हम।
हासिल कर सकते हैं हकीकत ज़िंदगी की हम।
जान लो परम धार्मिक है काम परमेश्वर का।
कितना भी शातिर हो इंसान, धोखा दे नहीं सकता परमेश्वर को।
परमेश्वर का अनुमोदन पाने के लिये,
हमें सत्य की खोज करनी चाहिये।
बनता है ज़िंदगी का रास्ता ज़्यादा आलीशान, मेरे कदमों के तले।
परमेश्वर भी सराहेगा मेरे स्वभाव की तब्दीली को।
करता रहूँगा मेहनत, बढ़ता रहूँगा आगे मैं।
पुकार रही है कामयाबी मुझे।