901 जब तक तुम परमेश्वर को नहीं छोड़ते
1
परमेश्वर के प्रबंधन की एक-एक चीज़ में दिखता है।
परमेश्वर के प्रबंधन की एक-एक चीज़ में दिखता है
उसका प्रेम और उसकी दया। उसका प्रेम और उसकी दया।
परमेश्वर के प्रबंधन की एक-एक चीज़ में दिखता है
उसका प्रेम और उसकी दया। उसका प्रेम और उसकी दया।
2
मनुष्य को उसकी दयालु मंशा का एहसास हो न हो,
वो बिना थके और रुके अपना कार्य करता रहता है।
मनुष्य को उसके प्रबंधन की समझ हो न हो,
परमेश्वर का कार्य हरेक को मदद और लाभ पहुँचाता रहता है।
परमेश्वर के प्रबंधन की एक-एक चीज़ में दिखता है
उसका प्रेम और उसकी दया। उसका प्रेम और उसकी दया।
3
शायद तुम्हें परमेश्वर के प्रेम और उसके दिए जीवन का एहसास न हो,
लेकिन अगर तुम उस पर अपना विश्वास रखो,
अगर तुम सत्य की तलाश में अटल रहो,
एक दिन तुम ज़रूर देख पाओगे परमेश्वर की मुस्कुराहट।
क्योंकि अपने प्रबंधन में परमेश्वर का उद्देश्य है
कि वो शैतान के चंगुल से मानवता को निकाले,
और उन्हें न त्यागे जिन्हें शैतान ने दूषित किया,
और उन्हें न त्यागे जो उसकी मंशा के विपरीत हैं।
परमेश्वर के प्रबंधन की एक-एक चीज़ में दिखता है
उसका प्रेम और उसकी दया। उसका प्रेम और उसकी दया।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, परिशिष्ट 3: मनुष्य को केवल परमेश्वर के प्रबंधन के बीच ही बचाया जा सकता है से रूपांतरित