बाइबल के प्रश्नों के उत्तर

26 संबंधित मीडिया

बाइबल क्या है? बाइबल किस तरह की पुस्तक है? बाइबल कैसे बनी?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:परमेश्वर द्वारा व्यवस्था के युग का कार्य कर लेने के बाद पुराना विधान बनाया गया और तब से लोगों ने बाइबल पढ़ना शुरू किया। यीशु ने आने के बाद अनुग्रह के युग का कार्य किया, और उसके प्रेरितों ने नया व…

09 मार्च, 2021

हम केवल परमेश्वर की वाणी सुनकर ही प्रभु का स्वागत क्यों कर सकते हैं?

इस समय, सभी विश्वासी प्रभु यीशु के बादल पर आने की कामना कर रहे हैं, क्योंकि आपदाएँ और गंभीर होती जा रही हैं और हर तरह की महामारियाँ बढ़ रही हैं, अकाल और युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं। विश्वासियों को लगता है कि प्रभु कभी भी…

20 नवम्बर, 2021

कौन मानवजाति को बचाकर हमारी तकदीर बदल सकता है?

तकदीर की बात होते ही ज्यादातर लोग इसे पैसे, रुतबे और सफलता से जोड़कर देखने लगते हैं, और सोचते हैं कि दुख और विपदाएँ झेल रहे गरीब और गुमनाम लोग, जिन्हें नीची नजर से देखा जाता है, खराब तकदीर वाले हैं। इसलिए अपनी तकदीर बदलने…

22 अक्टूबर, 2021

महामारी आ चुकी है : परमेश्वर की सुरक्षा पाने के लिए एक ईसाई को किस प्रकार पश्चात्ताप करना चाहिए?

संपादक की टिप्पणी: "COVID-19" - एक ऐसा शब्द जो लोगों के दिलों में डर पैदा करता है - सबसे पहले चीन के वुहान में फूटा और वहाँ से पूरी दुनिया में फैल गया। वायरस लगातार उत्परिवर्तित होता है और तेजी से और तेजी से फैलता है। दु…

07 जुलाई, 2020

प्रभु यीशु मनुष्य को छुटकारा दे चुका है, तो अंत के दिनों में लौटकर आने पर वह न्याय का कार्य क्यों करेगा?

2,000 साल पहले देहधारी प्रभु यीशु को मनुष्य को पापों से छुटकारा देने के लिए, एक पाप-बलि के रूप में सूली पर चढ़ा दिया गया था, और उसने छुटकारे का कार्य पूरा कर दिया था। उसने वचन दिया था कि वह अंत के दिनों में वापस लौटकर आएग…

17 अक्टूबर, 2021

पाप क्या है? ईसाई कैसे पाप से छुटकारा पा सकते हैं?

प्रभु यीशु ने कहा, "मैं तुम से सच सच कहता हूँ कि जो कोई पाप करता है वह पाप का दास है। दास सदा घर में नहीं रहता; पुत्र सदा रहता है" (यूहन्ना 8:34-35)। प्रभु के वचन हमें बताते हैं कि अगर लोग अपने आप को पाप के बंधन और बेड़िय…

13 अप्रैल, 2020

परमेश्वर के नाम में एक रहस्य है : विभिन्न युगों में परमेश्वर के अलग-अलग नाम का क्या महत्व है

सूचीपत्र यहोवा नाम यीशु क्यों बन गया? "युगानुयुग" का अर्थ है परमेश्वर का सार और स्वभाव कभी नहीं बदलेगा, यह नहीं कि उसका नाम कभी नहीं बदलेगा विभिन्न युगों में परमेश्वर को विभिन्न नामों से क्यों पुकारा जाता है, और परमेश्व…

11 मार्च, 2019

आज आपदाएँ बढ़ती गंभीरता और आवृत्ति के साथ हो रही हैं। ये संकेत बताते हैं कि बाइबल में जिनकी भविष्यवाणी की गई है, अंतिम दिनों की वे महान आपदाएँ शुरू होने वाली हैं। इन आपदाओं के बीच हम कैसे परमेश्वर की सुरक्षा हासिल कर, बचे रह सकते हैं?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:परमेश्वर ने इस संसार की सृष्टि की, उसने इस मानवजाति को बनाया, और इतना ही नहीं, वह प्राचीन यूनानी संस्कृति और मानव-सभ्यता का वास्तुकार भी था। केवल परमेश्वर ही इस मानवजाति को सांत्वना देता है, और …

15 मार्च, 2021

प्रभु ने हमसे यह कहते हुए, एक वादा किया, "मैं तुम्हारे लिये जगह तैयार करने जाता हूँ। और यदि मैं जाकर तुम्हारे लिये जगह तैयार करूँ, तो फिर आकर तुम्हें अपने यहाँ ले जाऊँगा कि जहाँ मैं रहूँ वहाँ तुम भी रहो" (यूहन्ना 14:2-3)। प्रभु यीशु पुनर्जीवित हुआ और हमारे लिए एक जगह तैयार करने के लिए स्वर्ग में चढ़ा, और इसलिए यह स्थान स्वर्ग में होना चाहिए। फिर भी आप गवाही देते हैं कि प्रभु यीशु लौट आया है और पृथ्वी पर ईश्वर का राज्य स्थापित कर चुका है। मुझे समझ में नहीं आता: स्वर्ग का राज्य स्वर्ग में है या पृथ्वी पर?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:"हे हमारे पिता, तू जो स्वर्ग में है; तेरा नाम पवित्र माना जाए। तेरा राज्य आए। तेरी इच्छा जैसी स्वर्ग में पूरी होती है, वैसे पृथ्वी पर भी हो" (मत्ती 6:9-10)।"जब सातवें दूत ने तुरही फूँकी, तो स्वर…

14 मार्च, 2021

नियम के युग में यशायाह, यहेजकेल और दानिय्येल जैसे भविष्यवक्ताओं द्वारा बताए गए परमेश्वर के शब्दों, और देहधारी परमेश्वर द्वारा व्यक्त किए गए परमेश्वर के वचनों में, क्या अंतर है?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:अनुग्रह के युग में यीशु ने भी कई वचन बोले और बहुत कार्य किया। वह यशायाह से कैसे अलग था? वह दानिय्येल से कैसे अलग था? क्या वह कोई नबी था? ऐसा क्यों कहा जाता है कि वह मसीह है? उनके मध्य क्या भिन्न…

11 मार्च, 2021

प्रभु की वापसी के बारे में, बाइबल स्पष्ट रूप से कहती है, "उस दिन और उस घड़ी के विषय में कोई नहीं जानता, न स्वर्ग के दूत और न पुत्र, परन्तु केवल पिता" (मत्ती 24:36)। कोई नहीं जानता कि प्रभु कब आएगा, फिर भी सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया इस बात की गवाही दे रही है कि प्रभु यीशु पहले ही लौट चुका है। आप यह कैसे जानते हैं?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:"आधी रात को धूम मची: 'देखो, दूल्हा आ रहा है! उससे भेंट करने के लिये चलो'" (मत्ती 25:6)।"देख, मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता हूँ; यदि कोई मेरा शब्द सुनकर द्वार खोलेगा, तो मैं उसके पास भीतर आकर उसक…

10 मार्च, 2021

बाइबल में, पौलुस ने कहा था "सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र परमेश्‍वर की प्रेरणा से रचा गया है" (2 तीमुथियुस 3:16), पौलुस के वचन बाइबल में हैं। इसीलिए, वे परमेश्‍वर द्वारा प्रेरित थे; वे परमेश्‍वर के वचन हैं। प्रभु में विश्वास करना बाइबल में विश्वास करना है। चाहे कोई भी विचारधारा क्‍यों न हो, यदि वह बाइबल से भटकती है, तो वह विधर्म है! हम प्रभु में विश्वास करते हैं, इसीलिए हमें सदा बाइबल के अनुसार कार्य करना चाहिए, अर्थात्, हमें बाइबल के वचनों का पालन करना चाहिए। बाइबल ईसाई धर्म का मूलभूत सिद्धांत है, हमारे विश्वास की नींव है। बाइबल को त्‍यागना प्रभु में अविश्‍वास करने के समान है; यदि हम बाइबल को त्‍याग देते हैं, तो हम प्रभु में कैसे विश्वास कर सकते हैं? बाइबल में प्रभु के वचन लिखे हैं। क्या कहीं और भी ऐसी जगह है जहां हम उनके वचनों को पा सकते हैं? यदि प्रभु में हमारा विश्वास बाइबल पर आधारित नहीं है, तो इसका आधार क्या है?

उत्तर: आप कहती हैं कि चूंकि पौलुस के वचन बाइबल में हैं, वे प्रभु द्वारा प्रेरित हैं; इसीलिए वे प्रभु के वचन हैं। यह वास्तव में उचित नहीं है, क्या ये उचित है? क्या प्रभु यीशु ने कभी कहा, "सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र परमेश्‍वर …

11 मार्च, 2021

हम सोचते हैं परमेश्वर के सभी वचन और कार्य बाइबल में दर्ज हैं। बाइबल से अलग परमेश्वर के कोई वचन और कार्य नहीं हैं। इसलिए, परमेश्वर पर हमारा विश्वास बाइबल पर आधारित होना चाहिए। क्या ये गलत है?

उत्तर: धार्मिक समूह में कई विश्वासियों का मानना है कि: "परमेश्वर के सभी वचन और कार्य बाइबल में दर्ज हैं। बाइबल से अलग परमेश्वर के कोई वचन और कार्य नहीं हैं।" क्या ये कहना तथ्यों के अनुरूप है? क्या आपलोग यकीन से कहते हैं …

11 मार्च, 2021

प्रभु यीशु कहते हैं: "मेरी भेड़ें मेरा शब्द सुनती हैं" (यूहन्ना 10:27)। तब समझ आया कि प्रभु अपनी भेड़ों को बुलाने के लिए वचन बोलने को लौटते हैं। प्रभु के आगमन की प्रतीक्षा से जुड़ी सबसे महत्वपूर्ण बात है, प्रभु की वाणी सुनने की कोशिश करना। लेकिन अब, सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि हमें नहीं पता कि प्रभु की वाणी कैसे सुनें। हम परमेश्वर की वाणी और मनुष्य की आवाज़ के बीच भी अंतर नहीं कर पाते हैं। कृपया हमें बताइये कि हम प्रभु की वाणी की पक्की पहचान कैसे करें।

उत्तर: हम परमेश्वर की वाणी कैसे सुनते हैं? हममें कितने भी गुण हों, हमें कितना भी अनुभव हो, उससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता। प्रभु यीशु में विश्वास करते हुए, उनके कई वचन सुनकर हमें कैसा लगता है? हालांकि हमें प्रभु के वचनों का को…

10 मार्च, 2021

पूर्ण उद्धार का मार्ग क्या है? हम उद्धार कैसे प्राप्त कर सकते हैं और स्वर्ग के राज्य में प्रवेश कैसे कर सकते हैं?

शेन क्विंगकिंग, दक्षिण कोरियाबहुत से लोग प्रभु के आगमन पर उसके द्वारा बचाए जाने और स्वर्ग के राज्य में आरोहित किए जाने की राह देख रहे हैं। आज तक, केवल सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया ही खुलेआम गवाही देती रही है कि प्रभु…

08 जुलाई, 2020

प्रभु की वापसी में देहधारण क्यों शामिल है—गुप्त रूप से अवरोहण—साथ-ही-साथ सार्वजनिक रूप से बादलों से अवरोहण?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:"देख, मैं चोर के समान आता हूँ" (प्रकाशितवाक्य 16:15)।"आधी रात को धूम मची: 'देखो, दूल्हा आ रहा है! उससे भेंट करने के लिये चलो'" (मत्ती 25:6)।"देख, मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता हूँ; यदि कोई मेरा …

10 मार्च, 2021

प्रभु यीशु कहता था कि वह फिर लौटकर आएगा, तो अंत के दिनों में जब वह वास्तव में लौटता है, तब वह लोगों के समक्ष किन तरह प्रकट होगा?

संदर्भ के लिए बाइबल के पद:"देख, मैं चोर के समान आता हूँ; धन्य वह है जो जागता रहता है, और अपने वस्त्र की चौकसी करता है कि नंगा न फिरे, और लोग उसका नंगापन न देखें" (प्रकाशितवाक्य 16:15)।"यदि तू जागृत न रहेगा तो मैं चोर के …

10 मार्च, 2021

ईसाइयों के लिए अनिवार्य: सच्चे मसीह और झूठे मसीहों के बीच अंतर कैसे करें

सभी प्रकार की आपदाएँ अब घटित हो रही हैं और प्रभु के आने से संबंधित बाइबल की भविष्यवाणियाँ अब काफी हद तक पूरी हो चुकी हैं। कई भाई-बहन अपने दिलों में महसूस करते हैं कि प्रभु पहले से ही लौट आए हैं, और वे सभी प्रभु को खोज रह…

01 जुलाई, 2020

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