804 परमेश्वर को जान लेने का परिणाम

1

एक दिन तुम्हें लगेगा, परमेश्वर पहेली नहीं है,

वो कभी छुपा नहीं है, ना कभी तुमसे अपना चेहरा छुपाया है,

वो तुमसे बिल्कुल दूर नहीं है।

तुम जिसके लिये दिन-रात तरसते हो,

मगर अपने जज़्बात से उस तक, पहुंच नहीं सकते हो, वो अब ऐसा नहीं है।

वो असल में तुम्हारी हिफ़ाज़त में आस-पास है,

वो जीवन दे रहा है, तुम्हारी नियति को नियंत्रित कर रहा है।

ना तो वो बादलों में छिपा है, ना वहां है जहां दूर ज़मीं-आसमां मिलते हैं।

वो ठीक तुम्हारी बग़ल में है, तुम्हारी हर चीज़ पर राज कर रहा है।

वो सबकुछ है तुम्हारा, बस वही है तुम्हारा।


2

ऐसा परमेश्वर तुम्हें उसे पूजने, चाहने, नज़दीक आने, करीब से थामने देता है,

जिसे तुम्हें खो देने का भय है, तुम नहीं चाहोगे कि उससे मुंह फेरो,

नाफ़र्मानी करो, उससे बचो या दूर जाओ।

तुम बस उसकी परवाह करना चाहते हो, हुक्म मानना चाहते हो,

वो जो कुछ देता है, उसका प्रतिदान देना चाहते हो,

उसके प्रभुत्व को समर्पित होना चाहते हो।

उसकी रहनुमाई, पोषण, देखभाल और हिफ़ाज़त को अब, नकारते नहीं हो।

उसकी सत्ता का, व्यवस्था का, अब विरोध नहीं करते हो।

तुम सिर्फ़ उसके पीछे चलना चाहते हो, उसके साथ रहना चाहते हो,

तुम उसे सिर्फ़ अपना एकमात्र जीवन मानना चाहते हो,

अपना एकमात्र प्रभु और परमेश्वर मानना चाहते हो।


—वचन, खंड 2, परमेश्वर को जानने के बारे में, प्रस्तावना से रूपांतरित

पिछला: 803 परमेश्वर को जानकर ही आप उसकी सच्ची आराधना कर सकते हैं

अगला: 805 केवल वही लोग परमेश्वर की गवाही दे सकते हैं जो उसे जानते हैं

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

420 सच्ची प्रार्थना का प्रभाव

1ईमानदारी से चलो,और प्रार्थना करो कि तुम अपने दिल में बैठे, गहरे छल से छुटकारा पाओगे।प्रार्थना करो, खुद को शुद्ध करने के लिए;प्रार्थना करो,...

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें