6 सर्वशक्तिमान परमेश्वर धार्मिकता के सूर्य के समान प्रकट होता है
1
सर्वशक्तिमान परमेश्वर! आमीन! आमीन!
तुममें सब कुछ है उजागर, मुक्त और खुला,
सब है उजला, कुछ भी नहीं है छुपा।
तुम हो देहधारी सर्वशक्तिमान परमेश्वर।
खुले आम प्रकाशित, राजा की तरह करते राज तुम,
हमेशा के लिए खुल गये राज़, रहे न रहस्य अब तुम।
धार्मिकता के सूर्य समान प्रकट हुआ परमेश्वर।
भोर के तारे का समय गया
और अब कुछ छुपा ना रहा।
परमेश्वर का काम है बिजली जैसा,
तीव्रता से चमकता, क्षण भर में खत्म हो जाता है।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रकट होता है धार्मिकता के सूर्य सा।
उसके साथ अच्छी आशीषें और महिमा तुम लोग करोगे साझा
सदा सर्वदा, सदा सर्वदा।
ये वचन सत्य हैं, ये वचन सत्य हैं,
तुममें पूरा होना शुरू हो चुके हैं।
2
जो किया परमेश्वर ने वादा, तुम लोगों के लिए करेगा पूरा।
उसका वचन है सत्य, खाली नहीं जाएगा।
न कोई कर सकता दावा, ये आशीषें तुम्हारी हैं।
परमेश्वर के साथ एक मन होकर
सेवा करने के फल हैं।
धार्मिक अवधारणा त्यागना तुम, परमेश्वर के वचनों में विश्वास करना,
तुम शक को आगे बढ़ने ना देना।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रकट होता है धार्मिकता के सूर्य सा।
उसके साथ अच्छी आशीषें और महिमा तुम लोग करोगे साझा
सदा सर्वदा, सदा सर्वदा।
ये वचन सत्य हैं, ये वचन सत्य हैं,
तुममें पूरा होना शुरू हो चुके हैं।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, आरंभ में मसीह के कथन, अध्याय 51 से रूपांतरित