76 पूरी मानवता का न्याय करने के लिए परमेश्वर अंत के दिनों में देह बने
ईश्वर देह में ख़ुद लोगों के एक समूह पर काम करे,
ताकि उसका काम पूरी मानवता में फैले।
वैसा ही न्याय का काम भी है।
1
ईश्वर किसी ख़ास इंसान का नहीं,
लोगों के एक समूह का न्याय करे,
जो पूरी मानवजाति की नुमाइंदगी करे।
इंसान कितना अधार्मिक और ईश-विरोधी है, वो ये न्याय करे,
यही है अंत के दिनों का विजय-कार्य।
देहधारी ईश्वर का कार्य और वचन जिसे इंसान देखे,
न्याय हैं महान श्वेत सिंहासन के सामने,
जिन्हें पूरा किया जाएगा अंत के दिनों में,
जिसकी कल्पना की थी इंसान ने।
देहधारी ईश्वर कर रहा ये कार्य।
आज का देहधारी परमेश्वर
अंत के दिनों में करे हर इंसान का न्याय।
ये देह और उसका काम, उसका वचन,
उसका स्वभाव उसकी संपूर्णता हैं।
हालाँकि उसके काम का दायरा सीमित है,
पूरी कायनात से जुड़ा नहीं है, मूलत: न्याय करे वो हर इंसान का,
न कि सिर्फ़ चीन के चुने हुए लोगों का, या गिने-चुने लोगों का।
2
देह में ईश-कार्य पूरा होने पर,
वो इसे फ़ौरन पूरी कायनात में फैलाएगा,
जैसे यीशु का सुसमाचार
उसके उत्थान और आरोहण के बाद पूरी दुनिया में फैला।
चाहे आत्मा का कार्य हो या देह का कार्य,
ये किया जाए सीमित दायरे में,
पर नुमाइंदगी करे पूरी कायनात के कार्य की।
ये देह और उसका काम, उसका वचन,
उसका स्वभाव उसकी संपूर्णता हैं।
हालाँकि उसके काम का दायरा सीमित है,
पूरी कायनात से जुड़ा नहीं है, मूलत: न्याय करे वो हर इंसान का,
न कि सिर्फ़ चीन के चुने हुए लोगों का, या गिने-चुने लोगों का।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, भ्रष्ट मनुष्यजाति को देहधारी परमेश्वर द्वारा उद्धार की अधिक आवश्यकता है से रूपांतरित