860 इंसान के लिए परमेश्वर का प्रेम सच्चा और असली है

इंसान के लिए ईश्वर का प्रेम दिखे देह में किए गए काम में, उसके काम में,

आमने-सामने जीने और बोलने में, बिना किसी दूरी या दिखावे के,

सच्चा और असल रहते हुए खुद इंसान को बचाने में।


1

इंसान को बचाने के लिए ईश्वर देह बना

सालों तक पीड़ा सही इंसानों संग दुनिया में,

बस किया सब इंसान के लिए अपने प्रेम और दया की वजह से।

इंसान के लिए ईश्वर का प्रेम दिखे देह में किए गए काम में, उसके काम में,

आमने-सामने जीने और बोलने में, बिना किसी दूरी या दिखावे के,

सच्चा और असल रहते हुए खुद इंसान को बचाने में।


2

इंसान के लिए ईश्वर के प्रेम की नहीं कोई शर्त या मांग।

उसे क्या मिले उनसे बदले में? लोग उसके प्रति निष्ठुर हैं।

कौन उसे स्वयं परमेश्वर माने?

लोग ईश्वर को कोई सुकून नहीं देते;

उसे अब तक न मिला सच्चा प्रेम इंसान से।

वो तो देता, पूर्ति करता बिना स्वार्थ के।

इंसान के लिए ईश्वर का प्रेम दिखे देह में किए गए काम में, उसके काम में,

आमने-सामने जीने और बोलने में, बिना किसी दूरी या दिखावे के,

सच्चा और असल रहते हुए खुद इंसान को बचाने में।


—वचन, खंड 3, अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन, क्या तुम मनुष्यजाति के प्रति परमेश्वर का प्रेम जानते हो? से रूपांतरित

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परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

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