129 परमेश्वर काम नहीं दोहराता

1

अंतिम दिनों में देहधारी ईश्वर बात करे इंसान की सच्ची प्रकृति की,

उसके व्यवहार और जिसमें आज प्रवेश करना है उसकी।

उसके असल, सामान्य वचन, बात करें आज की,

उसकी जिसमें प्रवेश करना, अभ्यास करना, और जानना है।

अगर आए कोई, राक्षसों को निकाले,

बीमारों को चंगा करे, चमत्कार दिखलाए,

कहे कि वो लौटकर आया यीशु है,

तो वो झूठा है, दुष्ट आत्माओं का प्रतिरूप है।


याद रखो, परमेश्वर काम नहीं दोहराता।

यीशु का काम पूरा हो चुका,

और ईश्वर कभी काम के उस चरण को फिर न करेगा।


जब ईश्वर अंत के दिनों में नया काम करे,

जो उसकी प्रबंधन योजना के हिस्से को दर्शाये,

तभी इंसान ईश्वर की और गहरी समझ पाये।

और तभी उसकी योजना पूरी होगी।


2

अगर ईश्वर अभी भी चिह्न और चमत्कार दिखाये,

वैसे ही जैसे यीशु ने किया था,

तो यह अपने काम को दोहराना होगा,

फिर यीशु के काम का मोल न होगा।

इसलिए ईश्वर हर युग में काम का एक चरण करे।

पूरा होने पर, शैतान इसकी नकल करेगा।

फिर ईश्वर अपने काम का तरीका बदल देगा।


परमेश्वर काम नहीं दोहराता।

यीशु का काम पूरा हो चुका,

और ईश्वर कभी काम के उस चरण को फिर न करेगा।


जब ईश्वर अंत के दिनों में नया काम करे,

जो उसकी प्रबंधन योजना के हिस्से को दर्शाये,

तभी इंसान ईश्वर की और गहरी समझ पाये।

और तभी उसकी योजना पूरी होगी।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, आज परमेश्वर के कार्य को जानना से रूपांतरित

पिछला: 128 काम परमेश्वर का, आगे बढ़ता रहता है

अगला: 130 एक दूसरा युग, दूसरा दिव्य कार्य

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

420 सच्ची प्रार्थना का प्रभाव

1ईमानदारी से चलो,और प्रार्थना करो कि तुम अपने दिल में बैठे, गहरे छल से छुटकारा पाओगे।प्रार्थना करो, खुद को शुद्ध करने के लिए;प्रार्थना करो,...

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें