123 परमेश्वर ने चीन में पूरा कर लिया है विजेताओं का एक समूह
1
विजेताओं के समूह की सिनिम की धरती पर,
भविष्यवाणी की है परमेश्वर ने कई जगह पर;
प्राप्त किया जाता है विजेताओं को पूरब में।
इसलिये हुआ है दूसरा देहधारण परमेश्वर का सिनिम की धरती पर।
पड़ा है कुण्डली मारे जहाँ बड़ा लाल अजगर,
वहाँ बड़े लाल अजगर के वंशजों को
हासिल करेगा देहधारी परमेश्वर,
ताकि शर्मिंदा हो जाये ये पराजित होकर।
विजेताओं के समूह को हासिल किया जाता है पूरब से,
निकल के आते हैं जो भयंकर मुसीबतों से।
न्याय, ताड़ना, काट-छाँट, व्यवहार
और हर तरह के शुद्धिकरण के बाद,
बनते हैं सच्चे आज्ञाकारी ये, बनते हैं सच्चे आज्ञाकारी ये।
2
जगाना चाहता है दुखियारों को परमेश्वर,
निकलकर आयें बाहर वो धुंध से, और नकारें बड़े लाल अजगर को,
जगाना चाहता है सपनों से उन्हें परमेश्वर।
चाहता है परमेश्वर, जानें वो बड़े लाल अजगर के सार को,
दें दिल अपना परमेश्वर को, बाहर आयें अंधेरी शक्तियों की यातना से,
दुनिया के पूरब में सीना तानकर खड़े हों,
परमेश्वर की विजय के गवाह बनें।
केवल तभी, पूर्ण महिमा पायेगा परमेश्वर!
विजेताओं के समूह को हासिल किया जाता है पूरब से,
निकल के आते हैं जो भयंकर मुसीबतों से।
न्याय, ताड़ना, काट-छाँट, व्यवहार
और हर तरह के शुद्धिकरण के बाद,
बनते हैं सच्चे आज्ञाकारी ये, बनते हैं सच्चे आज्ञाकारी ये।
3
अमूर्त नहीं है आस्था ऐसे लोगों की,
असली है ये, हालाँकि देखे नहीं हैं अचम्भे-चमत्कार उन्होंने,
न तो बड़े-बड़े सिद्धांत हैं ज़बाँ पर उनकी,
न ही गहन अंतर्दृष्टि है उनमें।
बल्कि सच्चाई है उनमें,
परमेश्वर के वचन, उसकी सच्चाई का ज्ञान है उनमें।
परमेश्वर के सामर्थ्य को प्रकट करने के,
क्या ज़्यादा काबिल नहीं है ऐसा समूह?
विजेताओं के समूह को हासिल किया जाता है पूरब से,
निकल के आते हैं जो भयंकर मुसीबतों से।
न्याय, ताड़ना, काट-छाँट, व्यवहार
और हर तरह के शुद्धिकरण के बाद,
बनते हैं सच्चे आज्ञाकारी ये, बनते हैं सच्चे आज्ञाकारी ये।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, परमेश्वर के वचन के द्वारा सब-कुछ प्राप्त हो जाता है से रूपांतरित