122 परमेश्वर के लोगों के बढ़ने के साथ बड़ा लाल अजगर होता है धराशायी
1
जब लोग सारे पूर्ण बन जाएंगे, और देश सारे मसीह के राज्य बन जाएंगे,
तब गूँज उठेंगी सात गर्जनाएं।
आज एक लम्बा डग भरा है उस चरण की ओर।
वक्त है कि बढ़ चलें उस ओर।
यही है परमेश्वर की योजना, पूरी होगी जल्द ही ये योजना, योजना।
2
परमेश्वर की योजना को पूरा करने कामयाबी से,
उतर आए हैं धरती पर देवदूत स्वर्ग से।
है देहधारी परमेश्वर भी रणभूमि में, कर रहा है युद्ध शत्रु से।
जो कहा परमेश्वर ने वो ही किया।
देश सारे रेत पर हैं महल बस, ज्वार-भाटा जब पास आते, थरथराते।
अंत का दिन सन्निकट है।
परमेश्वर के वचन के अधीन, ढह जाएगा बड़ा लाल अजगर।
जहाँ कहीं देहधारण होता है, शत्रु का विनाश वहाँ होता है।
चीन का विध्वंस सबसे पहले होगा।
इसका विनाश परमेश्वर के हाथों होगा।
बड़े लाल अजगर के पतन का सबूत, लोगों की परिपक्वता में दिख रहा है।
दुश्मन के अंत का लक्षण है ये।
यही "जंग करने" के मायने हैं। यही "जंग करने" के मायने हैं।
3
देह के भीतर से जब जान लेगा इंसान परमेश्वर को,
देह के भीतर से जब देख पाएगा इंसान उसके कर्मों को,
तब राख हो जाएगी माँद बड़े लाल अजगर की,
लुप्त हो जाएगी, फिर न रहेगा कोई नामोनिशाँ,
फिर न रहेगा कोई नामोनिशाँ।
देश सारे रेत पर हैं महल बस, ज्वार-भाटा जब पास आते, थरथराते।
अंत का दिन सन्निकट है।
परमेश्वर के वचन के अधीन, ढह जाएगा बड़ा लाल अजगर।
जहाँ कहीं देहधारण होता है, शत्रु का विनाश वहाँ होता है।
चीन का विध्वंस सबसे पहले होगा।
इसका विनाश परमेश्वर के हाथों होगा।
बड़े लाल अजगर के पतन का सबूत, लोगों की परिपक्वता में दिख रहा है।
दुश्मन के अंत का लक्षण है ये।
यही "जंग करने" के मायने हैं। यही "जंग करने" के मायने हैं।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, “संपूर्ण ब्रह्मांड के लिए परमेश्वर के वचनों” के रहस्यों की व्याख्या, अध्याय 10 से रूपांतरित