175 ऊँचे हरे खेतों में सभा
1
हर दिन हम पुलिस को चकमा देते हैं; सभा के लिए कोई जगह सुरक्षित नहीं है।
सीसीपी की खोजी नजरों से बचने के लिए, हम विशाल हरे खेतों में चोरी-छिपे सभा करते हैं।
परमेश्वर के वचनों के अंशों को टॉर्च की धुंधली रोशनी में पढ़ते हैं।
हम उसके वचन फुसफुसाकर पढ़ते हैं, हर कोई अपना प्रकाश साझा करता है।
हम सत्य पर जितनी संगति करते हैं, उतने ही प्रबुद्ध होते जाते हैं, हमारी आस्था और शक्ति उतनी ही मजबूत होती जाती है।
मुश्किल हालात के बावजूद, परमेश्वर के हमारे साथ होने से, हमारा जोश कम नहीं होता और हम शांतचित्त महसूस करते हैं।
बड़े लाल अजगर के देश में, परमेश्वर में आस्था रखने से हम पर निरंतर गिरफ्तारी और जेल का खतरा मँडराता रहता है।
परमेश्वर के वचनों को खाने-पीने की खातिर इकट्ठा होने के लिए भी, हमें भगोड़ों की तरह बर्ताव करना पड़ता है।
परमेश्वर में आस्था रखना और उसकी आराधना करना, स्वर्ग का आदेश और धरती की अनुकंपा है; यह इंसान का कर्तव्य है।
परमेश्वर हमारे साथ है, अब हम न कायर हैं न डरते हैं।
हालाँकि आगे का रास्ता खतरनाक है, लेकिन हम संकल्पबद्ध हैं : हम मसीह का अनुसरण करेंगे और जीवन के सही मार्ग पर चलेंगे।
2
परमेश्वर में आस्था के उथल-पुथल भरे रास्ते के बारे में सोचकर, हम भाव-विभोर हो जाते हैं।
अगर परमेश्वर के वचन राह न दिखाते, तो आज हम यहाँ तक न पहुंच पाते।
अनेक सभाओं के दौरान हम पुलिस से घिर जाते थे।
हम परमेश्वर की सुरक्षा के कारण ही बचकर निकल पाते थे और उसकी सर्वशक्तिमत्ता और संप्रभुता के दर्शन करते थे।
बरसों तक हमने घर लौटने का साहस न किया, और जगह-जगह भटकते रहे।
जब कभी हम कमजोर पड़ते तो परमेश्वर के वचन हमें सहारा देते और हमें मजबूत बनाते।
ये अत्याचार और कठिनाइयाँ परमेश्वर की ही देन थीं, जो हमारी आस्था को मजबूत बनाने के लिए शैतान का इस्तेमाल करता है।
बड़े लाल अजगर की दुष्टता के सार को अपनी संपूर्णता में देखकर, परमेश्वर के लिए हमारा हार्दिक प्रेम और भी बढ़ जाता है।
हालाँकि हमें नहीं पता कि इस मुश्किल मार्ग पर अभी और कितना चलना है,
मगर परमेश्वर के वचनों के मार्गदर्शन में, हमारी आस्था सौ गुना मजबूत हुई है और हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं।
बड़ा लाल अजगर हमें कितनी भी भयंकर यातनाएँ दे, मगर हम अंत तक, बल्कि मौत तक मसीह का अनुसरण करेंगे।