11 हम सिंहासन के सामने उठाए गए हैं
1
ईश्वर के अनुग्रह और दया के कारण,
हम ईश-सिंहासन के सामने उठाए गए हैं।
संतों के दिलों में है ईश्वर के लिए प्रेम,
वे अपने आध्यात्मिक रास्ते से कभी नहीं भटकते।
उन्हें है पक्का विश्वास कि एकमात्र सच्चा ईश्वर देह बना है,
वो है कायनात का मुखिया, सभी चीज़ों को आज्ञा देता है।
पुष्टि की है पवित्रात्मा ने, अटल प्रमाण है ये।
नहीं, कभी नहीं बदल सकता ये!
सर्वशक्तिमान परमेश्वर! आज खोल दी तूने हमारी आँखें।
अंधे देख सकें, लँगड़े चल सकें, कोढ़ी हुए चंगे।
स्वर्ग की खिड़की खोली है तूने हमारे लिए,
ताकि हम आध्यात्मिक जगत के राज़ जानें।
तेरे वचन हमारे भीतर समा जाते;
शैतान द्वारा दूषित मानवता से तूने बचाया है हमें।
ये है तेरा महान काम और दया। हम हैं तेरे गवाह!
2
तू है विनम्र और लंबे समय से
ख़ामोशी में छिपा हुआ।
तूने सहा कष्ट क्रूस पर, जीवित हुआ फिर से।
तूने जानी हैं इंसान की खुशियाँ और गम, तूने झेलीं
यातनाएँ और विपत्ति बड़ी।
तूने चखा है दर्द इंसानी दुनिया का,
तुझे त्यागा है पूरे युग ने; देहधारी ईश्वर ही स्वयं ईश्वर है!
ईश-इच्छा के वास्ते तूने हमें कूड़े के ढेर से बचाया,
अपने सीधे हाथ से उठाया, मुक्त रूप से अपना अनुग्रह दिया।
हममें अपना जीवन गढ़ने के लिए बहुत मेहनत की है तूने,
तेरा खून, पसीना और आँसू हैं संतों में।
हम तेरे अनंत प्रयासों के नतीजे हैं।
तू जो चुकाए, हम वो कीमत हैं।
हे सर्वशक्तिमान परमेश्वर! तेरे प्रेम और दया,
धार्मिकता, प्रताप, पवित्रता और विनम्रता के कारण,
सभी तेरे आगे झुकेंगे,
अनंतकाल तक तेरी आराधना करेंगे।
3
तूने सारी कलीसियाओं को
बनाया है फिलाडेल्फिया की कलीसिया।
तेरी छह हज़ार साल की योजना साकार हुई है।
संत विनम्रता से तेरी आज्ञा का पालन करते,
आत्मा में जुड़े, वे एक-दूसरे से प्रेम करते हुए,
वे स्रोत से, जीवन के झरने से जुड़े हैं।
जीवंत जल निरंतर बहे,
कलीसिया की सारी गंदगी धोये, शुद्ध करे,
एक बार फिर तेरे मंदिर को साफ करे।
अपनी आत्मा में हम ईश्वर को राज करने दें,
उसके साथ चलें,
बंधनमुक्त हो संसार पर पार पाएँ, हमारी आत्माएँ आज़ाद उड़ें।
ये है सर्वशक्तिमान परमेश्वर के राजा होने का नतीजा।
इसलिए, ईश्वर के साथ सहयोग करो, मिलकर सेवा करो,
ईश-इच्छा पूरी करने को एक हो जाओ।
पवित्र आध्यात्मिक शरीर बनने के लिए जल्दी करो,
शैतान को कुचलो, उसकी नियति को खत्म करो!
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, आरंभ में मसीह के कथन, अध्याय 2 से रूपांतरित