349  परमेश्वर से प्रेम करने में कोई पश्चाताप या शिकायत नहीं है

1 हे परमेश्वर! मैं बहुत खुशकिस्मत हूँ कि इस जीवन में मेरा तुझसे पुनर्मिलन हुआ। मैंने तेरी वाणी सुनी और मैं तेरे सामने लौट आई हूँ। तेरा हर कथन, बोला हुआ हर वचन मेरे दिल को हिला देता है। केवल तुझे ही मेरे जीवन की चिंता है; तेरे कहे वचनों से मुझे सत्य समझ में आ गया। तेरे वचन मेरी भ्रष्टता और विद्रोह का न्याय करते और उसे उजागर करते हैं, मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूँ और तुझे गिरकर नमन करती हूँ। परीक्षणों के ज़रिये, तू मेरे भ्रष्ट स्वभाव को उजागर और शुद्ध करता है, मैं तेरे ईमानदार इरादों को समझती हूँ। तू विश्वास के ज़रिये आशीष पाने की मेरी अभिप्रेरणा की काट-छाँट और निपटारा भी करता है; मैं आख़िरकार जान गई हूँ कि परमेश्वर में कैसे विश्वास करना है। मैंने तेरे वचनों से बहुत कुछ हासिल किया है, तेरे कार्य से गुज़रकर मेरे अंदर बदलाव आया है। मैं तेरे प्रेम का प्रतिदान देने के लिये अपना कर्तव्य निभाने की ख़ातिर सब-कुछ त्यागने और स्वयं को खपाने को तैयार हूँ।

2 हे परमेश्वर! तू दीन बनकर, छिपे रहते हुए धरती पर आया है, और ऐसे वचन व्यक्त कर रहा है जो इंसान को सत्य और जीवन प्रदान करते हैं। तूने धार्मिक दुनिया की निंदा सही है, सीसीपी द्वारा पीछा किया जाना, और उसके उत्पीड़न को सहा है, हमारी गलतफ़हमियों और शिकायतों तक को बर्दाश्त करता है। कौन है जो सचमुच तेरे दिल को समझ सके? कौन है जो तेरे ग़म और ख़ुशियाँ को बाँट सके? तूने ख़ामोशी से कितना अपमान सहा है, फिर भी तू बोल रहा है और काम कर रहा है, ये सब-कुछ इंसान को बचाने के लिये कर रहा है। तेरे प्रेम ने मेरे सुन्न पड़ चुके हृदय को पिघला दिया है। मैं फिर से विद्रोही या नकारात्मक कैसे हो सकती हूँ? हालाँकि मेरे अंदर अभी भी बहुत सारी कमियाँ हैं, फिर भी तेरे प्रेम का कर्ज़ चुकाने के लिए मुझे अपना कर्तव्य निभाना ही चाहिए; मैं तुझे प्रेम करूँगी और अपना जीवन तुझे समर्पित कर दूँगी। मैं तुझे गौरव देने के लिये तेरी इच्छा का अनुसरण करूँगी। तुझे आजीवन प्रेम करने पर मुझे कोई पश्चाताप या शिकायत नहीं होगी, मैं कामना करती हूँ कि तेरा हृदय सुकून पाये।

पिछला: 348  परमेश्वर के वचनों द्वारा शुद्ध होना

अगला: 350  सत्य को समझकर मुक्त हो जाओ

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

902  परमेश्वर अंततः उसी को स्वीकार करते हैं, जिसके पास सत्य होता है

1 अंत के दिनों में जन्म लेने वाले लोग किस प्रकार के थे? ये वो लोग हैं जो हजारों सालों से शैतान द्वारा भ्रष्ट किए गए थे, वे इतनी गहराई तक...

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें