182 संत विजयी हैं
1
अंत के दिनों का मसीह सत्य व्यक्त करता है, इंसान का न्याय और शुद्धिकरण करता है।
हमने परमेश्वर की वाणी सुनी है और उसके समक्ष लौट आए हैं।
परमेश्वर के वचन उसकी सर्वशक्तिमत्ता दिखाते हैं, हमें जगाते और जीतते हैं।
चाहे बाधाएँ, रुकावटें आएँ, या शैतान की बुरी ताकतें आक्रमण करें,
हमें यकीन है कि मसीह सत्य और जीवन है, हम दृढ़ संकल्प के साथ परमेश्वर का अनुसरण करते हैं!
2
शैतानों की अंधेरी मांद में, हमारे दिल और शरीर को यातना दी जाती है, खून और आँसू बहते हैं।
जीवन और मृत्यु के क्षण में, हम परमेश्वर को पुकारते हैं, परमेश्वर के वचन हमारी परेशानियों में हमारा मार्गदर्शन करते हैं।
हम परमेश्वर की सर्वशक्तिमत्ता और बुद्धि देखते हैं और उसके प्रति हमारा प्रेम दृढ़ होता है।
हम परमेश्वर के प्रति निष्ठावान होने के लिए अपना जीवन अर्पित कर देंगे, कभी यहूदा की तरह शैतान के आगे हार नहीं मानेंगे।
परीक्षण और परिशोधन का अनुभव करते हुए, हम परमेश्वर के लिए अच्छी और शानदार गवाही देते हैं।
3
परमेश्वर ने विजेताओं का एक समूह बनाया है, उसने शैतान को हराया किया है और पूर्ण गौरव प्राप्त किया है।
परमेश्वर का महान कार्य पूरा हो गया है, और उसने आपदाएँ बरसाना और बड़े लाल अजगर को तबाह करना शुरू कर दिया है।
धार्मिक परमेश्वर अच्छों को पुरस्कार और दुष्टों को दंड देता है, उसका स्वभाव पूरी तरह से प्रकट हो चुका है।
संत विजयी हो गए हैं, मसीह का राज्य धरती पर आ चुका है, और सत्य के हाथों सामर्थ्य है।
हम परमेश्वर की धार्मिकता और सर्वशक्तिमत्ता की स्तुति करते हैं। हम सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पवित्र नाम की चिरस्थायी स्तुति करते हैं!