398 तुम्हें अपने विश्वास में ईश्वर से प्रेम करने का प्रयास करना चाहिए

1

ईश्वर द्वारा तुम्हारा इस्तेमाल

तुम्हें शुद्ध करने या कष्ट देने से कहीं अधिक है।

यह जताता तुम्हें जीवन का अर्थ और कर्म ईश्वर के,

कि नहीं आसान करना उसकी सेवा।

ईश्वर के कार्य को अनुभव करना केवल

उसकी कृपा का आनंद लेना नहीं,

है उससे प्रेम करने की पीड़ा भी सहना।

सभी पहलू महसूस करो:

उसकी कृपा और उसकी ताड़ना,

उसका प्रबोधन और उसका न्याय।


ईश्वर के सेवक केवल

उसके लिए कष्ट उठाना ही ना जानें,

उसमें उनका विश्वास हो ऐसा

कि वे उससे प्रेम करना चाहें।


ईश्वर में विश्वास उसे संतुष्ट करने के लिए है,

और जो वो चाहता, वो स्वभाव जीने के लिए है।

इस तरह उसके कार्य और उसकी महिमा

प्रकट होगी इन अयोग्य लोगों के ज़रिए।

उस पर विश्वास का यही सही नज़रिया है,

और वो सच्चा लक्ष्य, जो तुम्हें खोजना चाहिए।


2

ईश्वर ने न्याय किया है, तुम्हें ताड़ना दी।

उसके वचन तुमसे निपटे, तुम्हें आलोकित भी किया।

जब तुम नकारात्मक और कमजोर होते,

ईश्वर तुम्हारे लिए चिंता करे।

ताकि तुम्हें पता चले, मानव ईश्वर की दया पर है।

तुम शायद सोचो, ईश्वर पर विश्वास का मतलब है पीड़ा,

उसके लिए काम करना, या सब-कुछ ठीक रहना,

लेकिन इनमें से कुछ भी तुम्हारे विश्वास का उद्देश्य न हो।

गर है, तो गलत है, तुम कभी पूर्ण नहीं होगे।


3

ईश्वर के कार्य, उसका धर्मी स्वभाव,

उसकी बुद्धि और उसके वचन,

उसकी अद्भुतता, उसकी अगाधता,

वे चीजें हैं, जिन्हें लोगों को समझना चाहिए।

इस ज्ञान से अपने अनुरोध,

आशाएँ और धारणाएँ हटाओ,

तभी तुम ईश्वर की शर्तें पूरी कर पाओगे।

केवल इसके ज़रिए तुम जीवन पा सकोगे।

केवल इसके ज़रिए तुम ईश्वर को संतुष्ट कर सकोगे।


ईश्वर में विश्वास उसे संतुष्ट करने के लिए है,

और जो वो चाहता, वो स्वभाव जीने के लिए है।

इस तरह उसके कार्य और उसकी महिमा

प्रकट होगी इन अयोग्य लोगों के ज़रिए।

उस पर विश्वास का यही सही नज़रिया है,

और वो सच्चा लक्ष्य, जो तुम्हें खोजना चाहिए।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, जिन्हें पूर्ण बनाया जाना है उन्हें शोधन से गुजरना होगा से रूपांतरित

पिछला: 397 परमेश्वर में विश्वास उसे जानने का प्रयास करना है

अगला: 399 परमेश्वर में आस्था की राह, है राह उससे प्यार करने की

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

420 सच्ची प्रार्थना का प्रभाव

1ईमानदारी से चलो,और प्रार्थना करो कि तुम अपने दिल में बैठे, गहरे छल से छुटकारा पाओगे।प्रार्थना करो, खुद को शुद्ध करने के लिए;प्रार्थना करो,...

418 प्रार्थना के मायने

1प्रार्थनाएँ वह मार्ग होती हैं जो जोड़ें मानव को परमेश्वर से,जिससे वह पुकारे पवित्र आत्मा को और प्राप्त करे स्पर्श परमेश्वर का।जितनी करोगे...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में I सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें