22  ईश्वर की सात तुरहियाँ फिर बजती हैं

1

सात तुरहियाँ बजकर, सोए हुओं को जगाएँ।

जल्दी उठो! ज्यादा देर नहीं हुई!

अपने जीवन पर ध्यान दो। देखो, क्या समय हुआ है।

तुम क्या खोजते? सोचने के लिए क्या रखा है?

क्या नहीं देखा तुमने अंतर

ईश-जीवन पाने में और जिनसे तुम चिपके रहते, उनमें?

जानबूझकर खेलना बंद करो! ये अवसर मत चूको।

ऐसा अच्छा समय फिर न आएगा!

शैतान के छल को समझो, विजय पाओ, उस पर विजय पाओ!

ईश्वर का अनुसरण करो, मजबूत बनो, बढ़ते चलो, अंत तक।


स्वर्ग और धरती मिट जाएँगे, पर ईश-वचन रहेगा!

स्वर्ग और धरती मिट जाएँगे, पर ईश-वचन रहेगा!

स्वर्ग और धरती मिट जाएँगे, पर ईश-वचन रहेगा!

स्वर्ग और धरती मिट जाएँगे, पर ईश-वचन रहेगा!


2

जब तुरहियाँ फिर बजेंगी, तो ये न्याय की पुकार होगी।

बागी, देश, लोग सब झुक जाएँगे।

ईश्वर का मुखमंडल सभी देशों, लोगों के सामने होगा।

पूरे आश्वस्त होकर सब उसका नाम पुकारेंगे।

ईश्वर और उसके पुत्र महिमा पाएँगे, मिलकर राज करेंगे,

सभी देशों का न्याय करेंगे, बुराई को दंडित करेंगे,

ईश्वर के लोगों को बचाएँगे, उन पर दया दिखाएँगे, राज्य में स्थिरता लाएँगे।

सात तुरहियों से बहुत, बहुत लोग बचाए जाएँगे,

ईश-पूजा और स्तुति के लिए लौट आएँगे,

ईश-पूजा और स्तुति के लिए लौट आएँगे!


स्वर्ग और धरती मिट जाएँगे, पर ईश-वचन रहेगा!

स्वर्ग और धरती मिट जाएँगे, पर ईश-वचन रहेगा!

स्वर्ग और धरती मिट जाएँगे, पर ईश-वचन रहेगा!

स्वर्ग और धरती मिट जाएँगे, पर ईश-वचन रहेगा!


3

जब सात तुरहियाँ एक बार फिर बजेंगी,

ये शैतान पर विजय होगी, एक युग का अंत होगा।

ये धरती पर राज्य के जीवन की शुरुआत को सलामी है!

ये तूर्यनाद स्वर्ग और धरती को हिलाता हुआ,

सिंहासन के चारों ओर गूँजता है।

ये ईश-प्रबंधन-योजना की विजय का संकेत है।

ये शैतान के साथ किया गया न्याय, पुरानी दुनिया के लिए मौत की सजा है।


इसका अर्थ है, अनुग्रह का द्वार बंद हो रहा,

राज्य का जीवन शुरू होगा धरती पर, जो है सही और उचित।

ईश्वर बचाता उन्हें, जो उसे प्रेम करते।

उनके लौटने पर धरती वालों का अकाल से होगा सामना।

ईश्वर की सात विपत्तियाँ और कटोरे प्रभावी होंगे, प्रभावी होंगे।


स्वर्ग और धरती मिट जाएँगे, पर ईश-वचन रहेगा!

स्वर्ग और धरती मिट जाएँगे, पर ईश-वचन रहेगा!

स्वर्ग और धरती मिट जाएँगे, पर ईश-वचन रहेगा!

स्वर्ग और धरती मिट जाएँगे, पर ईश-वचन रहेगा!


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, आरंभ में मसीह के कथन, अध्याय 36 से रूपांतरित

पिछला: 21  परमेश्वर का राज्य प्रकट हुआ है धरती पर

अगला: 23  परीक्षणों की पीड़ा एक आशीष है

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

902  परमेश्वर अंततः उसी को स्वीकार करते हैं, जिसके पास सत्य होता है

1 अंत के दिनों में जन्म लेने वाले लोग किस प्रकार के थे? ये वो लोग हैं जो हजारों सालों से शैतान द्वारा भ्रष्ट किए गए थे, वे इतनी गहराई तक...

396  उद्धार-कार्य के अधिक उपयुक्त है देहधारी परमेश्वर

1 अन्त के दिनों में, परमेश्वर देहधारी रूप में प्रकट होकर अपना न्याय का कार्य करता है। क्योंकि जिसका न्याय किया जाता है वह मनुष्य है, मनुष्य...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें