67  कौन परमेश्वर की इच्छा की परवाह कर सकता है?

1

कभी जाना था मेरा स्नेह इंसान ने, कभी की थी मेरी सेवा निष्ठा से,

था वो आज्ञाकारी, करता सबकुछ मेरे लिए।

पर अब न कर सके वो ऐसा; अपनी आत्मा में वो रोता।

मुझे मदद के लिए पुकारता; अपने हाल से न बच सकता।

पहले लोग देते थे वचन, खाते थे स्वर्ग-धरा की कसम,

कि चुकाएंगे कर्ज़ मेरी दया का पूरे दिलोजान से।

वो रोते थे दु:ख में; सहा न जाता था उनका रुदन।

मैं करता था मदद इंसान की क्योंकि उसमें था संकल्प।


जब लोग होते उदास, उन्हें आराम देता मैं;

जब होते वे कमज़ोर, उनकी मदद करता मैं।

जब खो जाते वो, उन्हें रास्ता देता मैं;

जब रोते वो, उनके आँसू पोंछता मैं।

लेकिन जब मैं हूँ उदास, कौन आराम दे मुझे?

जब मैं हूँ बड़ा परेशान, कौन मेरी परवाह करे?


2

कई बार मेरी आज्ञा मानी इंसान ने, उसका प्यारापन भुलाए न भूले।

उसकी निष्ठा थी मेरे प्रेम में, तारीफ़ के काबिल थे जज़्बात उसके।

कई बार प्रेम जताया उसने मुझसे अपनी ज़िंदगी कुर्बान की मेरे लिए।

ऐसी थी ईमानदारी कि उसके प्यार ने मेरी मंजूरी पायी।

कई बार खुद को उसने अर्पित किया, मौत को गले लगाया मेरे लिए।

उसके चेहरे से चिंता की लकीरों को पोंछ, ध्यान से देखा उसका चेहरा मैंने।

कई बार प्यार जताया उससे, मानो वो हो मेरा खज़ाना।

कई बार नफ़रत की मैंने उससे, मानो वो हो दुश्मन मेरा।

फिर भी इंसान जान न पाये मेरे मन की बातें।


जब लोग होते उदास, उन्हें आराम देता मैं;

जब होते वे कमज़ोर, उनकी मदद करता मैं।

जब खो जाते वो, उन्हें रास्ता देता मैं;

जब रोते वो, उनके आँसू पोंछता मैं।

लेकिन जब मैं हूँ उदास, कौन आराम दे मुझे?

जब मैं हूँ बड़ा परेशान, कौन मेरी परवाह करे?


3

जब मैं हूँ उदास, कौन मेरे दिल के घाव भरे?

जब मुझे हो ज़रूरत कौन मेरा साथ दे?

क्या मेरे प्रति इंसान का रवैया बदल गया है हमेशा के लिए?

क्यों इसका कतरा भी उनकी यादों में बाकी नहीं?

दुश्मनों के हाथों भ्रष्ट होकर भूल गए हैं लोग ये बातें।


जब लोग होते उदास, उन्हें आराम देता मैं;

जब होते वे कमज़ोर, उनकी मदद करता मैं।

जब खो जाते वो, उन्हें रास्ता देता मैं;

जब रोते वो, उनके आँसू पोंछता मैं।

लेकिन जब मैं हूँ उदास, कौन आराम दे मुझे?

जब मैं हूँ बड़ा परेशान, कौन मेरी परवाह करे?


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, संपूर्ण ब्रह्मांड के लिए परमेश्वर के वचन, अध्याय 27 से रूपांतरित

पिछला: 66  परमेश्वर इंसानी दुनिया के अन्याय को दूर करेगा

अगला: 68  परमेश्वर के वचन से सब-कुछ पूरा होता है

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

902  परमेश्वर अंततः उसी को स्वीकार करते हैं, जिसके पास सत्य होता है

1 अंत के दिनों में जन्म लेने वाले लोग किस प्रकार के थे? ये वो लोग हैं जो हजारों सालों से शैतान द्वारा भ्रष्ट किए गए थे, वे इतनी गहराई तक...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें