72  पूरी कायनात में गढ़ा है परमेश्वर ने नया कार्य

1

अपने कार्य के प्रतीकों से भरेगा परमेश्वर नभ के क्षेत्र को,

ताकि उसके सर्वोच्च सामर्थ्य के सामने सब दंडवत हों।

पूरी दुनिया को एक करने की योजना पूरी होगी,

न भटकेंगे दुनिया में लोग, उन्हें जाने को सही जगह मिलेगी।


जैसे ऊपर वैसे नीचे, परमेश्वर ने गढ़ा है अपना नया कार्य;

सभी हैं अचरज में, स्तब्ध हैं उसके अचानक प्रकटन से।

जैसे ऊपर वैसे नीचे, उनकी सीमाएं बढ़ती हैं, पहले नहीं बढ़ीं जैसे।

आज तो है बिल्कुल ऐसा ही।


2

हर तरह से सोचता है परमेश्वर मानव के लिए,

जिससे आयेंगे सभी रहने जल्दी, ऐसी जगह जहाँ है ख़ुशी और शांति,

जहाँ उन्हें न होगा गम कोई, धरा पर होगी उसकी योजना पूरी।

दुनिया में ही है मानव का बसेरा, वहीं बनाएगा परमेश्वर राष्ट्र अपने,

क्योंकि उसकी महिमा का एक हिस्सा होता प्रकट वहीं।


जैसे ऊपर वैसे नीचे, परमेश्वर ने गढ़ा है अपना नया कार्य;

सभी हैं अचरज में, स्तब्ध हैं उसके अचानक प्रकटन से।

जैसे ऊपर वैसे नीचे, उनकी सीमाएं बढ़ती हैं, पहले नहीं बढ़ीं जैसे।

आज तो है बिल्कुल ऐसा ही।


3

स्वर्गिक शहरों को वो करेगा सही, सभी चीज़ों को करेगा नया,

जो हैं ऊपर और नीचे, स्वर्ग में, धरा पे, सबको एक करेगा।

ये है उसकी आखिरी योजना जिसे अंतिम युग में वो पूरा करेगा।

उसके कार्य में बाधा न डाले कोई।


परमेश्वर झुकाएगा मानव को अपने सिंहासन के आगे।

वो न्याय करेगा, बांटेगा उन्हें उनके परिवारों में छांटेगा।

इस तरह बंद करेंगे वे उसकी अवज्ञा करना,

फ़िर उसके क्रम में वे सजेंगे, वे अपने मन से नहीं चलेंगे।


जैसे ऊपर वैसे नीचे, परमेश्वर ने गढ़ा है अपना नया कार्य;

सभी हैं अचरज में, स्तब्ध हैं उसके अचानक प्रकटन से।

जैसे ऊपर वैसे नीचे, उनकी सीमाएं बढ़ती हैं, पहले नहीं बढ़ीं जैसे।

आज तो है बिल्कुल ऐसा ही।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, संपूर्ण ब्रह्मांड के लिए परमेश्वर के वचन, अध्याय 43 से रूपांतरित

पिछला: 71  इंसान के लिये परमेश्वर की इच्छा कभी नहीं बदलेगी

अगला: 73  रास्ते अलग-अलग करने का समय

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

902  परमेश्वर अंततः उसी को स्वीकार करते हैं, जिसके पास सत्य होता है

1 अंत के दिनों में जन्म लेने वाले लोग किस प्रकार के थे? ये वो लोग हैं जो हजारों सालों से शैतान द्वारा भ्रष्ट किए गए थे, वे इतनी गहराई तक...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें