311  आज का सत्य उन्हें दिया जाता है जो उसके लिए लालसा और उसकी खोज करते हैं

1

तुम परमेश्वर के बहुत से कार्य से होकर गुज़रे हो,

फिर भी नहीं बदले और ना ही शुद्ध किए गए हो।

तुम अभी भी शैतान के अधीन रहते हो

और परमेश्वर को समर्पित नहीं होते हो।

तुम पर विजय प्राप्त की गई है लेकिन तुम पूर्ण नहीं किये गये हो।

तुम जीवन का अनुसरण नहीं करते ना परमेश्वर के कार्य के ज्ञान का,

खोजते हो केवल क्षणिक सुख और आराम।

इसलिए, तुम्हारा स्वभाव नहीं बदला है।

तुमने फिर से प्राप्त नहीं की है वो छवि

जिसमें परमेश्वर ने मानव को बनाया था।

तुम चलती फिरती लाश हो, बिना आत्मा के।

परमेश्वर पतरस के समान लोगों को चाहता है,

ऐसे लोग जो पूर्ण बनाए जाने का अनुसरण करते हैं।

आज का सत्य उन्हें दिया जाता है जो उसकी लालसा और खोज करते हैं।

उद्धार उन्हें दिया जाता है जो बचाए जाना चाहते हैं,

ये सिर्फ़ तुम लोगों द्वारा ग्रहण करने के लिए नहीं है,

परंतु इसलिए ताकि तुम लोग परमेश्वर द्वारा ग्रहण किए जाओ।

तुम लोग परमेश्वर को ग्रहण

करते हो ताकि परमेश्वर तुम लोगों को ग्रहण कर सके।


2

वे जो कभी अनुसरण नहीं करते पवित्रता को प्राप्त करने का,

जो कभी अनुसरण नहीं करते, आत्मा में विषयों के ज्ञान का,

सत्य का अनुसरण नहीं करते,

संतुष्ट हैं केवल विजय पा लिए जाने से नकारात्मक पहलू पर,

असमर्थ हैं सत्य को जीने में, उसे प्रकट करने में,

और पवित्र लोग बनने में,

ये वे लोग हैं जिन्हें बचाया नहीं गया है।


परमेश्वर पतरस के समान लोगों को चाहता है,

ऐसे लोग जो पूर्ण बनाए जाने का अनुसरण करते हैं।

आज का सत्य उन्हें दिया जाता है जो उसकी लालसा और खोज करते हैं।

उद्धार उन्हें दिया जाता है जो बचाए जाना चाहते हैं,

ये सिर्फ़ तुम लोगों द्वारा ग्रहण करने के लिए नहीं है,

परंतु इसलिए ताकि तुम लोग परमेश्वर द्वारा ग्रहण किए जाओ।

तुम लोग परमेश्वर को ग्रहण

करते हो ताकि परमेश्वर तुम लोगों को ग्रहण कर सके।


3

आज, परमेश्वर ने कहे हैं ये सारे वचन तुम लोगों से।

तुम लोगों ने सुना है और तुम्हें अभ्यास करना है इनके अनुसार।

जब तुम लोग इन्हें जी सकोगे,

इन वचनों के द्वारा परमेश्वर तुम लोगों को ग्रहण कर लेगा।

उस समय, तुम लोगों ने इन वचनों को ग्रहण कर लिया होगा।

दूसरे शब्दों में, तुम लोगों ने सर्वोच्च उद्धार को ग्रहण किया है।

तुम्हें शुद्ध कर दिए जाने के बाद, तुम लोग सच्चे मानव हो जाओगे।


परमेश्वर पतरस के समान लोगों को चाहता है,

ऐसे लोग जो पूर्ण बनाए जाने का अनुसरण करते हैं।

आज का सत्य उन्हें दिया जाता है जो उसकी लालसा और खोज करते हैं।

उद्धार उन्हें दिया जाता है जो बचाए जाना चाहते हैं,

ये सिर्फ़ तुम लोगों द्वारा ग्रहण करने के लिए नहीं है,

परंतु इसलिए ताकि तुम लोग परमेश्वर द्वारा ग्रहण किए जाओ।

तुम लोग परमेश्वर को ग्रहण

करते हो ताकि परमेश्वर तुम लोगों को ग्रहण कर सके।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, पतरस के अनुभव : ताड़ना और न्याय का उसका ज्ञान से रूपांतरित

पिछला: 310  जो सत्य की तलाश नहीं करते वो अफ़सोस करेंगे

अगला: 312  तुम्हारी बेरूख़ी तुम्हें नष्ट कर देगी

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

396  उद्धार-कार्य के अधिक उपयुक्त है देहधारी परमेश्वर

1 अन्त के दिनों में, परमेश्वर देहधारी रूप में प्रकट होकर अपना न्याय का कार्य करता है। क्योंकि जिसका न्याय किया जाता है वह मनुष्य है, मनुष्य...

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें