101 परमेश्वर के प्रबंधन कार्य का उद्देश्य

1

छह हज़ार साल तक फैली है परमेश्वर की प्रबंधन योजना,

बंटी है तीन चरणों में, हर चरण एक युग है कहलाता,

व्यवस्था युग है पहला, फिर अनुग्रह का युग आया,

आखिरी चरण है युग राज्य का।

हर चरण में परमेश्वर का काम अलग होता है,

यह मानवता की ज़रूरत के अनुसार होता है,

परमेश्वर से जिस छल के सहारे शैतान लड़ता है,

सच में उसके अनुरूप परमेश्वर का काम होता है।


परमेश्वर का काम है शैतान को हराने के लिए,

परमेश्वर की बुद्धि और सर्वशक्तिमत्ता प्रकट करने के लिए,

और ये है शैतान का छल सबको दिखाने के लिए,

और है ये उसके अधिकार क्षेत्र से लोगों को बचाने के लिए।


2

ये है परमेश्वर की बुद्धि और सर्वशक्तिमत्ता प्रकट करने के लिए,

शैतान की अत्यधिक कुरूपता दिखाने के लिए,

सृजित जीवों को भले बुरे में अंतर करना सिखाने के लिए,

और परमेश्वर है राजा सभी का, यह उन्हें बताने के लिए,

और ये है उन्हें दिखाने के लिए, कि शैतान ही मनुष्य का दुश्मन है,

वो ही है जो भ्रष्ट और दुष्ट है,

ताकि मनुष्य भले और बुरे में, सच और झूठ में,

पवित्रता और मलिनता में और महानता और नीचता

में अंतर कर सके, कर सके।


परमेश्वर का काम है शैतान को हराने के लिए,

परमेश्वर की बुद्धि और सर्वशक्तिमत्ता प्रकट करने के लिए,

और ये है शैतान का छल सबको दिखाने के लिए,

और है ये उसके अधिकार क्षेत्र से लोगों को बचाने के लिए।


3

ये है ताकि परमेश्वर के लिए दे सके गवाही मानवता अज्ञानी,

कि परमेश्वर ने मानव को भ्रष्ट किया नहीं,

और केवल सृष्टि का मालिक, स्वयं परमेश्वर ही,

प्रदान कर सकता है आनंद की चीज़ें और मनुष्य का उद्धार भी।

यह है इसलिए ताकि वे जानें कि परमेश्वर है सभी का राजा,

कि शैतान है महज़ उसकी सृष्टि, जो बाद में उसके ख़िलाफ़ हुई।

परमेश्वर की छह हज़ार साल की योजना बँटी है तीन चरणों में,

ताकि उसकी सृष्टि उसकी गवाह बने,

उसकी इच्छा को जाने, और वो ही सत्य है इसे देखे, इसे देखे, इसे देखे।

परमेश्वर का काम है शैतान को हराने के लिए,

परमेश्वर की बुद्धि और सर्वशक्तिमत्ता प्रकट करने के लिए,

और ये है शैतान का छल सबको दिखाने के लिए,

और है ये उसके अधिकार क्षेत्र से लोगों को बचाने के लिए।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, छुटकारे के युग के कार्य के पीछे की सच्ची कहानी से रूपांतरित

पिछला: 100 परमेश्वर बहाल कर देगा सृजन की पूर्व स्थिति

अगला: 102 परमेश्वर के तीन चरणों के कार्य ने इंसान को पूरी तरह से बचा लिया है

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

420 सच्ची प्रार्थना का प्रभाव

1ईमानदारी से चलो,और प्रार्थना करो कि तुम अपने दिल में बैठे, गहरे छल से छुटकारा पाओगे।प्रार्थना करो, खुद को शुद्ध करने के लिए;प्रार्थना करो,...

610 प्रभु यीशु का अनुकरण करो

1पूरा किया परमेश्वर के आदेश को यीशु ने, हर इंसान के छुटकारे के काम को,क्योंकि उसने परमेश्वर की इच्छा की परवाह की,इसमें न उसका स्वार्थ था, न...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में I सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें