343 जो परमेश्वर को नहीं जानते, वे उसका विरोध करते हैं

जो न समझे लक्ष्य ईश-कार्य का, वही करे विरोध ईश्वर का।

जो समझे पर संतुष्ट न करे ईश्वर को, वो है और भी बड़ा ईश-विरोधी।


1

दिनभर बाइबल-पाठ करें कलीसियाई, पर समझें न वो ईश-कार्य को।

कोई न जान पाता ईश्वर को, न ही बन पाता ईश-इच्छा के अनुरूप।

दुष्ट और नाकारा हैं वो लोग, ऊँचाई पर खड़े हो भाषण देते ईश्वर को।

झंडा उसका थामते फिर भी विरोध करते।

आस्था का दावा करते, पर निगलते इंसानियत को।


2

ये आत्मा को निगलने वाले दुष्ट, रोकते सही मार्ग पर चलने से लोगों को।

ये बाधाएँ हैं जो रोकें ईश्वर के खोजी को।

ये दिखते "सबल देह" के पर कैसे जानें अनुयायी इनके,

ये मसीह-विरोधी, ईश-विरोधी शैतान हैं

जो निगल जाएँ इंसानी आत्माओं को?


जो न जानें ईश्वर को, जो मानें पर न जानें ईश्वर को,

जो करें अनुसरण, पर आज्ञा न मानें उसकी,

जो लें आनंद उसके अनुग्रह का, पर दें न गवाही उसकी,

हैं वो सारे ईश्वर विरोधी।


3

जो ईश्वर की मौजूदगी में बड़ा समझते ख़ुद को, बेहद अधम हैं वो लोग,

दीन बनें जो उसके आगे, असली इज़्ज़तदार हैं वो लोग।

जो सोचें, वे जानें ईश-कार्य को, और कर सकें इसका ऐलान दिखावा करके,

अज्ञानी, अभिमानी, दंभी हैं वो लोग; उनमें गवाही नहीं ईश्वर की।


जो न जानें ईश्वर को, जो मानें पर न जानें ईश्वर को,

जो करें अनुसरण, पर आज्ञा न मानें उसकी,

जो लें आनंद उसके अनुग्रह का, पर दें न गवाही उसकी,

हैं वो सारे ईश्वर विरोधी।


जो न समझें ईश-इच्छा को, जो समझें पर अमल में न लाएँ सत्य को,

जो ईश-वचनों को खाए-पिएँ, फिर भी विरोध करें।

हैं वो ईश्वर-विरोधी।

जिनमें हैं धारणाएँ देहधारी ईश्वर के प्रति, और जिनका मन है ईश-विद्रोही,

जो न दे पाएँ गवाही, जो न जानें ईश्वर को,

जो करें उसकी आलोचना, हैं वो ईश्वर-विरोधी।


जो न जानें ईश्वर को, जो मानें पर न जानें ईश्वर को,

जो करें अनुसरण, पर आज्ञा न मानें उसकी,

जो लें आनंद उसके अनुग्रह का, पर दें न गवाही उसकी,

हैं वो सारे ईश्वर विरोधी।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, परमेश्वर को न जानने वाले सभी लोग परमेश्वर का विरोध करते हैं से रूपांतरित

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