1030 जब मनुष्य अनंत मंजिल में प्रवेश करेगा

1

जब इंसान अनंत मंज़िल में प्रवेश करेगा,

वो सृष्टिकर्ता की आराधना करेगा।

चूँकि इंसान ने शाश्वत उद्धार पा लिया है,

वो किसी लक्ष्य का अनुसरण अब न करेगा,

शैतान द्वारा घेरे जाने का उसे डर न होगा।


इंसान अपनी जगह जान लेगा।

न्याय के बिना भी वो अपना कर्तव्य करेगा।

सभी होंगे ईश्वर के प्राणी, कोई ऊँच-नीच न होगी।

सभी बस अपना काम करेंगे।

सभी बस अपना काम करेंगे।


2

इंसान जी रहा होगा

एक व्यवस्थित दुनिया में जो है इंसान के लिए उपयुक्त।

अनंतकाल की मानवजाति बनकर विधाता को पूजने

इंसान अपना कर्तव्य करेगा।


इंसान ईश्वर के प्रकाश में जीवन पाएगा,

ईश्वर की सुरक्षा और देखभाल तले,

संग ईश्वर के, संग ईश्वर के।

इंसान धरती पर उचित जीवन जिएगा,

सही रास्ते में प्रवेश करेगा।


3

ईश्वर की 6000 साल की प्रबंधन योजना

पूरी तरह शैतान को हरा देगी।

केवल जब यह काम ख़त्म होगा

तभी इस दुनिया में इंसान का जीवन शुरू होगा,

तभी इस दुनिया में इंसान का जीवन शुरू होगा।


तभी इंसान की होगी बेहतरीन ज़िंदगी।

फिर ईश्वर पा लेगा इंसान को रचने का

अपना मूल उद्देश्य

और इंसान की मूल सदृशता,

इंसान की मूल सदृशता।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, मनुष्य के सामान्य जीवन को बहाल करना और उसे एक अद्भुत मंज़िल पर ले जाना से रूपांतरित

पिछला: 1029 जीवन-जल की निर्मल नदिया

अगला: 1 मनुष्य का पुत्र आता है धरती पर

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में I सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें