233 अगर ये पवित्रात्मा का काम है, तो तुम्हें इसे स्वीकारना चाहिए

1

यहूदी पढ़ते थे पुराना नियम, इसलिए जानते थे भविष्यवाणी

यशायाह की कि एक बच्चा चरनी में जन्मेगा।

यह जानकर भी क्यों ज़ुल्म किया उन्होंने यीशु पर?

कारण थी विद्रोही प्रकृति उनकी, और पवित्रात्मा के काम से उनकी अज्ञानता।


फरीसियों को लगा यीशु का काम अलग है

बच्चे के बारे में हुई भविष्यवाणी से,

और अब लोग नकारते ईश्वर को

क्योंकि देह में वो जो काम करे वो सही नहीं बाइबल के हिसाब से।

क्या ये ईश्वर के प्रति वही विद्रोह नहीं?

क्या तुम आत्मा के काम को स्वीकार सकते बिना सवाल किए?


अगर ये काम है पवित्रात्मा का, तो ये है सही धारा।

शक किए बिना स्वीकारो इसे; चुनो मत कि क्या स्वीकारना है।


2

अगर तुम ईश्वर में अधिक अंतर्दृष्टि पाओ

अगर उसके प्रति अधिक सतर्क रहो क्या ये पूरी तरह अनावश्यक नहीं?

तुम्हें बाइबल में देखने की ज़रूरत नहीं;

अगर यह है ईश-कार्य, तो तुम्हें इसे स्वीकारना ही होगा।

तुम्हें ईश्वर में विश्वास है, इसलिए उसका अनुसरण करो, उसकी जाँच करने से बचो।


और सबूत न खोजो उसे अपना ईश्वर साबित करने के लिए।

उससे मिले मदद या नहीं, तुम्हें ये पता होना चाहिए।

सबसे अधिक अहम है यही।

अगर बाइबल में अखंड प्रमाण मिल जाये तो भी

ये न ला सके तुम्हें पूरी तरह उसके सामने।

तुम्हारा जीवन जकड़ा होगा बाइबल की बातों में,

नहीं होगा वो ईश्वर के सामने;

बाइबल न तो उसे जानने में तुम्हारी मदद कर सके,

न तुम्हारे प्रेम को गहरा कर सके।


3

हर युग में ईश्वर का काम उस युग के काम तक सीमित होता है;

अगले चरण में वो पहले से ही काम नहीं करेगा।

केवल इसी तरह हर युग के काम पर ज़ोर दिया जा सकता है।

यीशु ने बस बात की अंतिम दिनों के चिह्नों की, कैसे धैर्य रखना,

बचाया जाना, पछताना, स्वीकारना, कष्ट झेलना है।


यीशु ने नहीं बताया कि अंतिम दिनों में इंसान कैसे

प्रवेश करे, ईश्वर की इच्छा कैसे पूरी करे।

तो क्या अंत के दिनों के ईश-कार्य को बाइबल में खोजना बेतुका नहीं?

बाइबल हाथों में लिए तुम क्या देख सकते हो?

चाहे कोई भी समझाये बाइबल को,

कौन आज के काम की भविष्यवाणी कर सकता था?


अगर ये काम है पवित्रात्मा का, तो ये है सही धारा।

शक किए बिना स्वीकारो इसे; चुनो मत कि क्या स्वीकारना है।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, वो मनुष्य, जिसने परमेश्वर को अपनी ही धारणाओं में सीमित कर दिया है, किस प्रकार उसके प्रकटनों को प्राप्त कर सकता है? से रूपांतरित

पिछला: 232 परमेश्वर ने अंत के दिनों में अन्य राष्ट्रों में ज़्यादा बड़ा और ज़्यादा नया काम किया है

अगला: 234 ईश्वर के विश्वासियों को उसकी वर्तमान इच्छा खोजनी चाहिए

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

610 प्रभु यीशु का अनुकरण करो

1पूरा किया परमेश्वर के आदेश को यीशु ने, हर इंसान के छुटकारे के काम को,क्योंकि उसने परमेश्वर की इच्छा की परवाह की,इसमें न उसका स्वार्थ था, न...

418 प्रार्थना के मायने

1प्रार्थनाएँ वह मार्ग होती हैं जो जोड़ें मानव को परमेश्वर से,जिससे वह पुकारे पवित्र आत्मा को और प्राप्त करे स्पर्श परमेश्वर का।जितनी करोगे...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में I सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें