200 अंत के दिनों में देहधारी परमेश्वर करता है परमेश्वर के प्रबन्धन का अंत
1
इंसान से बेहतर जुड़ने और उसे जीतने के लिए
देह में कार्य करता है, बोलता है परमेश्वर।
पहली बार देहधारी हुए परमेश्वर ने,
काम किये इंसान के छुटकारे, पाप-क्षमा के।
अब करने हैं काम, इंसान को जीतने और पाने के।
आख़िरी बार जब देहधारी होता है परमेश्वर,
अंत के दिनों के कामों को ख़त्म करेगा,
सभी लोगों को उनकी किस्मों में बांटेगा।
प्रबंधन को, देह में अपने सारे कामों को ख़त्म करेगा।
धरती पर काम पूरा होने पर वो विजयी होगा, विजयी होगा।
2
जब इंसान को पूरी तरह जीत लेगा, पा लेगा परमेश्वर,
तो क्या उसका प्रबंधन पूरा न हो चुका होगा?
देह में अपने काम का अंत कर जब विजयी होता है परमेश्वर,
शैतान हार जाता है, इंसान को दूषित करने का दूसरा मौका न होता है।
यही है देह का कार्य, जिसे करता है स्वयं परमेश्वर!
आख़िरी बार जब देहधारी होता है परमेश्वर,
अंत के दिनों के कामों को ख़त्म करेगा,
सभी लोगों को उनकी किस्मों में बांटेगा।
प्रबंधन को, देह में अपने सारे कामों को ख़त्म करेगा।
धरती पर काम पूरा होने पर वो विजयी होगा, विजयी होगा।
आख़िरी बार जब देहधारी होता है परमेश्वर,
अंत के दिनों के कामों को ख़त्म करेगा,
सभी लोगों को उनकी किस्मों में बांटेगा।
प्रबंधन को, देह में अपने सारे कामों को ख़त्म करेगा।
धरती पर काम पूरा होने पर वो विजयी होगा, विजयी होगा।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, भ्रष्ट मनुष्यजाति को देहधारी परमेश्वर द्वारा उद्धार की अधिक आवश्यकता है से रूपांतरित