200 अंत के दिनों में देहधारी परमेश्वर करता है परमेश्वर के प्रबन्धन का अंत
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इंसान के साथ बेहतर ढंग से जुड़ने और उस पर विजय पाने के लिए
परमेश्वर देह में रहकर कार्य करता है,
देह में रहकर बात करता है और देह में रहकर समस्त कार्यों की शुरुआत करता है।
अंतिम बार जब परमेश्वर देहधारण करेगा,
तो अंत के दिनों के उसके कार्य को देह में पूरा किया जाएगा।
वह सभी मनुष्यों को उनके प्रकार के अनुसार वर्गीकृत करेगा,
अपने सम्पूर्ण प्रबंधन को समाप्त करेगा,
और साथ ही देह में अपने समस्त कार्यों को भी पूरा करेगा।
पृथ्वी पर उसके सभी कार्यों के समाप्त हो जाने के बाद,
वह पूरी तरह से विजयी हो जाएगा, विजयी हो जाएगा।
2
देह में कार्य करते हुए,
परमेश्वर मनुष्यजाति को पूरी तरह से जीत लेगा और उसे प्राप्त कर लेगा।
क्या इसका अर्थ यह नहीं है कि उसका समस्त प्रबंधन समाप्त हो चुका होगा?
शैतान को पूरी तरह से हराने और विजयी होने के बाद,
जब परमेश्वर देह में अपने कार्य का समापन करेगा,
तो शैतान के पास मनुष्य को भ्रष्ट करने का फिर और कोई अवसर नहीं होगा।
परमेश्वर के प्रथम देहधारण का कार्य छुटकारा और मनुष्य के पापों को क्षमा करना था।
अब यह मनुष्यजाति को जीतने और पूरी तरह से प्राप्त करने का कार्य है,
ताकि शैतान के पास अपना कार्य करने का कोई मार्ग न बचेगा,
और वह पूरी तरह से हार चुका होगा,
और परमेश्वर पूरी तरह से विजयी हो चुका होगा।
यह देह का कार्य है,
और स्वयं परमेश्वर द्वारा किया गया कार्य है। परमेश्वर द्वारा किया गया कार्य है।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, भ्रष्ट मनुष्यजाति को देहधारी परमेश्वर द्वारा उद्धार की अधिक आवश्यकता है