854 परमेश्वर का सार सचमुच अस्तित्व में है

1

परमेश्वर का सारतत्व नहीं है बस एक दिखावा,

परमेश्वर की मनोहरता नहीं है दिखावा।

उसके सारतत्व का है अस्तित्व; इसे दूसरों ने दिया नहीं है,

और निश्चय ही यह स्थान, समय, युगों के साथ नहीं बदलता है।


2

चीज़ें जो वो करता है, जो जिक्र के लिए बहुत छोटी हैं,

जो हैं मनुष्य की आँखों में मामूली,

जो, मनुष्य सोचे, परमेश्वर कभी भी नहीं करेगा,

यह हैं वह बहुत छोटी चीज़ें जो असल में दिखा सकती है

परमेश्वर की विशुद्धता और उसकी मनोहरता।

वो नहीं है पाखंडी; उसका स्वभाव और सारतत्व

है नहीं अतिश्योक्ति भरा, ना भेष या अहंकार।

वह नहीं मारता है डींगे इसके बजाए, विश्वासी और सच्चे व्यवहार के साथ,

प्रेम करता है, ध्यान रखता है नेतृत्व करता है जिसे उसने था बनाया।

नहीं है कोई फर्क कितना वो समझते,

कितना कर सकते महसूस, या कितना वो सकते हैं देख,

सच है कि वो यह सब कर रहा, सब चीजें कर रहा।

सच है कि वो यह सब कर रहा, सब चीजें कर रहा।


—वचन, खंड 2, परमेश्वर को जानने के बारे में, परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर I से रूपांतरित

पिछला: 853 परमेश्वर सबकी पूर्ण देखभाल करता है

अगला: 855 केवल सृष्टिकर्ता मानवता पर दया करता है

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

420 सच्ची प्रार्थना का प्रभाव

1ईमानदारी से चलो,और प्रार्थना करो कि तुम अपने दिल में बैठे, गहरे छल से छुटकारा पाओगे।प्रार्थना करो, खुद को शुद्ध करने के लिए;प्रार्थना करो,...

418 प्रार्थना के मायने

1प्रार्थनाएँ वह मार्ग होती हैं जो जोड़ें मानव को परमेश्वर से,जिससे वह पुकारे पवित्र आत्मा को और प्राप्त करे स्पर्श परमेश्वर का।जितनी करोगे...

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें