477 परमेश्वर के वचनों को अपने आचरण का आधार बनाओ

मैं बस यही उम्मीद करता हूँ, तुम मेरे दिए को,

मेरे अथक प्रयासों को ज़ाया नहीं करोगे;

मेरे दिल को जानोगे, मेरे वचनों को अपने जीने का आधार बनाओगे।


1

मेरे वचनों को तुम सुनना चाहो या न चाहो,

मेरे वचनों को तुम स्वीकार करना चाहो या न चाहो, तुम उन्हें गंभीरता से लो।

तुम्हारे बेपरवाह, उदासीन अंदाज़ मेरे अंदर दुख या घृणा भर देंगे।

मैं बस यही उम्मीद करता हूँ, तुम मेरे दिए को,

मेरे अथक प्रयासों को ज़ाया नहीं करोगे;

मेरे दिल को जानोगे, मेरे वचनों को अपने जीने का आधार बनाओगे।


2

मुझे पूरी उम्मीद है, तुम लोग मेरे वचनों को हज़ारों बार पढ़ते हो,

मुझे पूरी उम्मीद है, मेरे वचन तुम्हें ज़बानी याद भी होंगे।

तभी मेरी उम्मीदों पर खरे उतर सकते हो तुम लोग।

अभी इस तरह नहीं जीते तुम लोग।

मैं बस यही उम्मीद करता हूँ, तुम मेरे दिए को,

मेरे अथक प्रयासों को ज़ाया नहीं करोगे;

मेरे दिल को जानोगे, मेरे वचनों को अपने जीने का आधार बनाओगे।


3

तुम सभी लोग दिन-रात, खाने-पीने, मौज-मस्ती की,

ऐयाशी की ज़िंदगी में पूरी तरह से डूबे हो।

मेरे वचनों से समृद्ध नहीं करते, अपने दिलों, आत्माओं को।

मेरा निष्कर्ष है, इंसान का असली चेहरा दगाबाज़ी है।

इंसान मुझे कभी भी धोखा दे सकता है,

मेरे वचनों के प्रति कोई सच्चा नहीं हो सकता।

मैं बस यही उम्मीद करता हूँ, तुम मेरे दिए को,

मेरे अथक प्रयासों को ज़ाया नहीं करोगे;

मेरे दिल को जानोगे, मेरे वचनों को अपने जीने का आधार बनाओगे।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, एक बहुत गंभीर समस्या : विश्वासघात (1) से रूपांतरित

पिछला: 476 किसका अनुसरण करें नौजवान

अगला: 478 परमेश्वर के वचनों के प्रति कैसा दृष्टिकोण अपनायें

परमेश्वर के बिना जीवन कठिन है। यदि आप सहमत हैं, तो क्या आप परमेश्वर पर भरोसा करने और उसकी सहायता प्राप्त करने के लिए उनके समक्ष आना चाहते हैं?

संबंधित सामग्री

610 प्रभु यीशु का अनुकरण करो

1पूरा किया परमेश्वर के आदेश को यीशु ने, हर इंसान के छुटकारे के काम को,क्योंकि उसने परमेश्वर की इच्छा की परवाह की,इसमें न उसका स्वार्थ था, न...

420 सच्ची प्रार्थना का प्रभाव

1ईमानदारी से चलो,और प्रार्थना करो कि तुम अपने दिल में बैठे, गहरे छल से छुटकारा पाओगे।प्रार्थना करो, खुद को शुद्ध करने के लिए;प्रार्थना करो,...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में I सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें