818 क्या तुम ऐसा इंसान बनने को तैयार हो जो देता है परमेश्वर की गवाही
1
जब पहुँचेगा समापन पर तीन चरणों का कार्य,
तो बनाया जाएगा समूह उनका जो देंगे गवाही परमेश्वर की।
जानेंगे ये तमाम लोग परमेश्वर को और अमल में ला पाएंगे सत्य को।
यही लोग देंगे गवाही परमेश्वर की। होगी इनमें मानवता, होगा इनमें बोध।
जानेंगे परमेश्वर के उद्धार-कार्य के तीन चरणों को ये तमाम लोग।
शायद मिल सकती है जगह इस समूह में तुम सभी को।
या केवल आधों को, या सिर्फ़ कुछ लोगों को।
निर्भर करता है ये तुम्हारी इच्छा पर
और तुम कितनी शिद्दत से अनुसरण करते हो,
और तुम कितनी शिद्दत से अनुसरण करते हो।
2
ये वे लोग हैं जो नुमाइंदे हैं छ: हज़ार साल के
प्रबंधन के कार्य के सघन रूप के।
फल हैं परमेश्वर के कार्य का वे, कार्य का वे।
और है ये जन-समूह, शैतान की चरम पराजय की सबसे मज़बूत गवाही।
फल हैं परमेश्वर के कार्य का वे।
पाएँगे परमेश्वर की प्रतिज्ञा जो देंगे उसकी गवाही।
अंत तक रहेंगे वे, परमेश्वर के सामर्थ्य के संग, धारण करेंगे गवाही।
शायद मिल सकती है जगह इस समूह में तुम सभी को।
या केवल आधों को, या सिर्फ़ कुछ लोगों को।
निर्भर करता है ये तुम्हारी इच्छा पर
और तुम कितनी शिद्दत से अनुसरण करते हो,
और तुम कितनी शिद्दत से अनुसरण करते हो,
और तुम कितनी शिद्दत से अनुसरण करते हो।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, परमेश्वर के कार्य के तीन चरणों को जानना ही परमेश्वर को जानने का मार्ग है से रूपांतरित