173 देहधारी परमेश्वर के कार्य की सबसे अच्छी बात
देह में ईश-कार्य की सबसे अच्छी बात है,
वो इंसान के लिए अपनी स्पष्ट इच्छा,
सटीक वचन, प्रेरक संबोधन
अपना अनुसरण करने वालों के लिए छोड़ जाता है,
ताकि भविष्य में उसके अनुयायी ज़्यादा सटीक और यथार्थ रूप में
देह में किए उसके कार्य और इच्छा को
इस मार्ग को स्वीकारने वालों में फैला सकें।
1
केवल देह में किया गया ईश-कार्य ही
ईश्वर के इंसान के साथ होने और रहने को पूरा करे,
ईश्वर का चेहरा देखने, ईश-कार्य की गवाही देने,
उसके वचनों को सुनने की इंसान की चाहत को पूरा करे।
देहधारी ईश्वर उस युग का अंत करे
जब केवल यहोवा की पीठ ही प्रकट हुई
इंसान के सामने, वह अज्ञात ईश्वर में इंसान की के युग का भी अंत करे।
देह में ईश-कार्य की सबसे अच्छी बात है,
वो इंसान के लिए अपनी स्पष्ट इच्छा, सटीक वचन, प्रेरक संबोधन
अपना अनुसरण करने वालों के लिए छोड़ जाता है,
ताकि भविष्य में उसके अनुयायी
ज़्यादा सटीक और यथार्थ रूप में
देह में किए उसके कार्य और इच्छा को
इस मार्ग को स्वीकारने वालों में फैला सकें।
2
अंतिम देहधारी ईश्वर का कार्य
(हर) इंसान को ज़्यादा यथार्थ, (ज़्यादा) व्यावहारिक, (ज़्यादा) और सुंदर युग में लाए।
वो न सिर्फ़ व्यवस्था और सिद्धांत के युग का अंत करे,
बल्कि इंसान के सामने यथार्थ, सामान्य, धार्मिक और पवित्र ईश्वर को प्रकट करे,
जो प्रबंधन योजना के कार्य को प्रकट करे,
जो रहस्य और इंसान की मंज़िल दिखाए,
जिसने इंसान को बनाया, जो प्रबंधन कार्य का अंत करे।
जो छिपकर रहा हज़ारों वर्षों तक।
वो अस्पष्टता के युग का पूरी तरह से अंत करे,
जब इंसान ने ईश्वर का चेहरा खोजना चाहा पर खोज न पाया, वो उस युग का अंत करे,
जब (हर) इंसान शैतान की सेवा में था, वो उस युग का अंत करे,
वो (हर) इंसान को (पूरी तरह से) नए युग में ले जाए।
ये सब ईश्वर के आत्मा के बजाय, देहधारी ईश्वर के कार्य का परिणाम है।
जब ईश्वर अपने देह में कार्य करे,
तो उसके अनुयायी अज्ञात ईश्वर की इच्छा का अनुमान लगाना बंद करें।
3
आत्मा इंसान को नज़र नहीं आता,
उसका कार्य ईश-कार्य के ज़्यादा तथ्य छोड़ न सके।
इंसान ईश्वर का असली चेहरा कभी नहीं देखेगा,
पर हमेशा अज्ञात ईश्वर को मानेगा।
इंसान ईश्वर के निजी वचन कभी नहीं सुनेगा।
उसके खोखले विचार ईश्वर के असली चेहरे की जगह न ले सकें,
इंसान ईश-कार्य का या उसके स्वभाव का रूप न ले सके।
4
स्वर्ग के अदृश्य ईश्वर को, उसके कार्य को
धरती पर केवल देहधारी ईश्वर ला सके,
जो ख़ुद इंसानों के बीच काम करे।
यही बेहतरीन तरीका है इंसान के सामने ईश्वर के प्रकट होने का।
यही बेहतरीन तरीका है इंसान ईश्वर को देखे,
उसके असली चेहरे को जाने, देह न बना जो ईश्वर, वो ये न कर सके।
देह में ईश-कार्य की सबसे अच्छी बात है,
वो इंसान के लिए अपनी स्पष्ट इच्छा,
सटीक वचन, प्रेरक संबोधन
अपना अनुसरण करने वालों के लिए छोड़ जाता है,
ताकि भविष्य में उसके अनुयायी ज़्यादा सटीक और यथार्थ रूप में
देह में किए उसके कार्य और इच्छा को
इस मार्ग को स्वीकारने वालों में फैला सकें।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, भ्रष्ट मनुष्यजाति को देहधारी परमेश्वर द्वारा उद्धार की अधिक आवश्यकता है से रूपांतरित