40 प्रेमी परमेश्वर के युग में प्रवेश करना
Ⅰ
एक मानव पुत्र है जो देहधारी परमेश्वर है।
वह प्रेम में विचरता है करोड़ों हृदयों को जगाने।
परमेश्वर की समस्त प्रजा का वह प्रियतम है।
उससे सचमुच प्रेम करने की आशा किसे न होगी?
Ⅱ
वह मनुष्य के लिए राज्य के मार्ग को तैयार करता है।
विश्व में मसीह का राज्य आया है ।
सभी आते हैं, उसकी, अंतिम दिनों के मसीह की, आराधना करने
वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर है जिसका प्रेम हमें आनंदित करता है।
परमेश्वर अपने वचनों को कहता है,
देह में वह मनुष्य की अगुआई करता है
परमेश्वर के वचनों से, मनुष्य शुद्ध होता है।
अब और दुःख नहीं! न अब और आँसू!
मानवजाति राज्य के युग में प्रवेश करती है,
प्रेमी परमेश्वर के युग में।
Ⅲ
यदि तुम सत्य को हासिल करना चाहते हो,
तो तुम्हें परमेश्वर के वचनों को पढ़ना होगा,
और उसे नेकी से प्यार करना होगा,
अपने सच्चे दिल को देना होगा,
अपना सब कुछ दे देना होगा,
और अपने कर्तव्यों को पूरा करना होगा।
ये सब परमेश्वर को संतुष्ट करने के लिए करो।
परमेश्वर अपने वचनों को कहता है,
देह में वह मनुष्य की अगुआई करता है
परमेश्वर के वचनों से, मनुष्य शुद्ध होता है।
अब और दुःख नहीं! न अब और आँसू!
मानवजाति राज्य के युग में प्रवेश करती है,
प्रेमी परमेश्वर के युग में।
परमेश्वर से प्रेम करने के लिए, तुम्हें उसकी इच्छा के प्रति
विचारशील और पूर्णतः समर्पित होना होगा,
सत्य की वास्तविकता और एक मानव की सच्ची सदृशता को जीना होगा,
तब तुम परमेश्वर के प्रेम और आशीषों को पाओगे।
परमेश्वर अपने वचनों को कहता है,
देह में वह मनुष्य की अगुआई करता है
परमेश्वर के वचनों से, मनुष्य शुद्ध होता है।
अब और दुःख नहीं! न अब और आँसू!
मानवजाति राज्य के युग में प्रवेश करती है,
प्रेमी परमेश्वर के युग में।