14 प्रकट हुआ परमेश्वर जग के पूरब में महिमा लेकर
1
काम कर रहा है परमेश्वर अखिल विश्व में।
पूरब में जो शोर गरजता, शिथिल न होता है,
हिला रहा है सभी पंथ, सम्प्रदायों को।
ये परमेश्वर की वाणी जो, वर्तमान में ले आई है सबको।
प्रकट हुआ परमेश्वर जग के पूरब में महिमा लेकर।
प्रकट हुआ परमेश्वर जग के पूरब में महिमा लेकर।
उसकी वाणी जीत लेगी सबको
इस धारा में आकर वे उसके अधीन हो जायेंगे।
क्योंकि इस धरती की महिमा ईश्वर ने, बहुत पहले ही वापस ले ली।
पूरब से उसने वो महिमा फिर से जारी की है।
प्रकट हुआ परमेश्वर जग के पूरब में महिमा लेकर।
प्रकट हुआ परमेश्वर जग के पूरब में महिमा लेकर।
2
कौन नहीं चाहता देखे परमेश्वर की महिमा को?
कौन नहीं ऐसा जो उसकी राह देखे आतुरता से?
कौन नहीं है प्यासा, फिर से उसके दर्शन को?
कमी नहीं खलती है उसकी सुन्दरता की किसको?
कौन रोशनी की ओर न आना ही चाहेगा?
कौन कनान की सम्पदा को न देखेगा?
कौन मुक्तिदाता लौट आये ऐसा न चाहेगा?
कौन सर्वशक्तिमान का गुणगान न करना चाहेगा? गुणगान न करना चाहेगा?
प्रकट हुआ परमेश्वर जग के पूरब में महिमा लेकर।
प्रकट हुआ परमेश्वर जग के पूरब में महिमा लेकर।
परमेश्वर की वाणी पूरी धरती पर फैलानी है।
उसे बहुत से वचन कहने हैं अपने चुनिंदों से।
वो अखिल ब्रह्मांड से और मानवता से यूं बात करता है,
प्रबल गर्जना हिला देती ज्यों नदियों और पहाड़ों को।
यही वजह है वचन परमेश्वर के बनते मानव की पूंजी।
वचन परमेश्वर के परमप्रिय लगते हैं हर इक मानव को।
पूरब से पश्चिम को सीधी, चमकती है बिजली।
परमेश्वर के वचन का त्याग, करना लोग नहीं चाहते, करना लोग नहीं चाहते।
प्रकट हुआ परमेश्वर जग के पूरब में महिमा लेकर।
प्रकट हुआ परमेश्वर जग के पूरब में महिमा लेकर।
3
परमेश्वर के वचनों की थाह नहीं है, फिर भी सुख का सागर लाते हैं।
परमेश्वर के आगमन पर सब ख़ुश हैं, जैसे आने पर नव-शिशु के।
ईश्वर-वाणी सबको मोहित कर उसके सम्मुख लाती है।
परमेश्वर विधिवत आता है अब से इंसानों के बीच।
यही वजह है आराधना करने आ जाते हैं सारे जन।
परमेश्वर जो महिमा और वचन देता उसके कारण,
परमेश्वर-सम्मुख सब आते हैं, और पूर्वी बिजली को देखते हैं।
परमेश्वर उतर आया है पूरब में “ज़ैतून के पर्वत” पर।
बहुत समय से है धरती पर, “यहूदी का बेटा” न होकर।
वो पूरब की दामिनी है, क्योंकि जी उठा फिर से परमेश्वर।
गया छोड़कर मानव को अब फिर प्रकट हुआ महिमा लेकर।
परमेश्वर है वो जिसको पूजा था युग-युग पहले,
वो “शिशु” जिसको त्यागा था इस्राएलियों ने उस हालत में।
वो वर्तमान युग का वैभवशाली सर्वशक्तिमान परमेश्वर है! सर्वशक्तिमान परमेश्वर है!
प्रकट हुआ परमेश्वर जग के पूरब में महिमा लेकर।
प्रकट हुआ परमेश्वर जग के पूरब में महिमा लेकर।
4
उसकी चाहत तो बस इतना हासिल करना है:
सम्मुख आये जनमानस परमेश्वर के सिंहासन के,
देखे उसका मुख, उसके काम, और सुने वाणी उसकी।
यही अंत है, यही चरम है उसकी योजना का,
और प्रयोजन परमेश्वर के प्रबंधन का।
सभी राष्ट्र करते हैं पूजन और स्वीकार उसको।
करते सारे मानव विश्वास और हैं प्रजा उसकी, और हैं प्रजा उसकी।
प्रकट हुआ परमेश्वर जग के पूरब में महिमा लेकर।
प्रकट हुआ परमेश्वर जग के पूरब में महिमा लेकर।
प्रकट हुआ परमेश्वर जग के पूरब में महिमा लेकर।
प्रकट हुआ परमेश्वर जग के पूरब में महिमा लेकर।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, सात गर्जनाएँ होती हैं—भविष्यवाणी करती हैं कि राज्य का सुसमाचार पूरे ब्रह्मांड में फैल जाएगा से रूपांतरित