247 हे परमेश्वर! मेरा दिल पहले से ही तेरा है
1 हे परमेश्वर, तेरे सभी वचन सत्य हैं। तेरे वचनों के प्रकाशन से मैं खुद को स्पष्ट रूप से देख पाती हूँ। हालाँकि तेरे प्रति अपने प्रेम की अभिव्यक्ति मैं ऊँचे सुर में करती थी, मैं तुझे समर्पित थी, और तेरे लिए मैंने चीजों का त्याग कर दिया, लेकिन वह सब-कुछ आशीष और मुकुट हासिल करने के लिए था। मुझे दिल में बहुत अफसोस होता है, और तेरे साथ सौदेबाजी करना सच में घृणित है। तेरे न्याय और ताड़ना ने मुझे शुद्ध कर दिया है और मेरी आस्था की अशुद्धियाँ दूर कर दी हैं। हे परमेश्वर! मेरा दिल पहले से ही तेरा है। अब मैं तेरे धार्मिक स्वभाव को जानती हूँ। तेरे करुणामय वचन मेरे दिल पर नक्श हो गए हैं। मै तुझे अनंत काल तक प्रेम करना चाहती हूँ।
2 हे परमेश्वर, तेरे सभी वचन सत्य हैं। तू ही है, जो मुझे अपने वचनों से शुद्ध करता और बचाता है। मैं इतनी ताड़ना और अनुशासन से, इतनी काट-छाँट और व्यवहार से गुजरती हूँ, क्योंकि मैं बहुत जिद्दी और विद्रोही हूँ। हालाँकि मेरा दिल अत्यधिक पीड़ित है, लेकिन मैंने अनुभव कर लिया है कि तेरा प्रेम कितना असली है। न्याय का अनुभव करने से मैं आज्ञा मानना सीखती हूँ, और तेरे प्रेम का प्रतिदान करने के लिए मैं अपना कर्तव्य निभाना चाहती हूँ। हे परमेश्वर! मेरा दिल पहले से ही तेरा है। तेरी धार्मिकता सचमुच असली और मनोहर है। तेरे करुणामय वचन मेरे दिल पर नक्श हो गए हैं। मै तुझे अनंत काल तक प्रेम करना चाहती हूँ।
3 हे परमेश्वर, तेरे सभी वचन सत्य हैं। तेरे वचन मेरे जीवन का आधार हैं। उत्पीड़न, कठिनाइयों, परीक्षणों और शुद्धिकरण में तेरे वचन हमेशा मेरे साथ होते हैं। मैं कठिनाई और पीड़ा में गुजरे वर्षों को प्रेम से याद करती हूँ; तेरी मनोहरता सदा मेरे दिल में बनी रहती है। तेरे वचनों ने मेरी आस्था को पूर्ण किया है; मैं फिर कभी निराश या निरुत्साहित नहीं होऊँगी। हे परमेश्वर! मेरा दिल पहले से ही तेरा है। केवल तू ही सबसे अच्छा, सबसे सुंदर है। तेरे करुणामय वचन मेरे दिल पर नक्श हो गए हैं। मै तुझे अनंत काल तक प्रेम करना चाहती हूँ।